Rajasthan Politics: मदन राठौड़ को राजस्थान की कमान सौंपने के बाद बीजेपी अब संगठनात्मक बदलाव की तैयारी में है. खासकर जयपुर शहर अध्यक्ष पर सबकी निगाहें टिकी हैं. बीजेपी जयपुर शहर अध्यक्ष पद पर वर्षों से ब्राह्मण और बनिया वर्ग का वर्चस्व रहा है. अब क्षत्रिय समाज से किसी को जयपुर शहर अध्यक्ष बनने का मौका मिल सकता है.


जयपुर जिलाध्यक्ष के अंतर्गत कुल 10 विधानसभा की सीटें आती हैं. मात्र एक सीट पर क्षत्रिय जाति के विधायक हैं. ऐसे में अब पार्टी किसी क्षत्रिय वर्ग के नेता को जयपुर की कमान देना चाहती है.


बीजेपी की रणनीति नगरीय निकाय और पंचायत के चुनाव में युवा क्षत्रिय चेहरे पर भरोसा जताकर बेहतर परिणाम की उम्मीद है. विधानसभा चुनाव में शहर की कुछ सीटों पर बीजेपी को कम मतों से हार मिली है. 


संगठनात्मक बदलाव की तैयारी में बीजेपी


गिरधारी लाल भार्गव, काली चरण सर्राफ, गोपाल माली, सुरेंद्र पारीक, राघव शर्मा, शैलेंद्र भार्गव, संजय जैन, मोहन लाल गुप्ता, सुनील कोठारी, राघव शर्मा को बीजेपी अध्यक्ष की कमान सौंप चुकी है. अभी तक 4 ब्राह्मण, 4 बनिया, 1 माली को बीजेपी ने अध्यक्ष बनाया है. गोपाल माली चुनाव लड़कर अध्यक्ष बने थे. बाकी को सिर्फ पार्टी ने जिलाध्यक्ष पद पर नियुक्ति दी है. 


जयपुर अध्यक्ष पद पर किसे मिल सकता है मौका


किशनपोल, आदर्श नगर, हवा महल, सिविल लाइन्स, सांगानेर, मालवीय नगर, विद्याधर नगर विधानसभा क्षेत्र जयपुर शहर में आते हैं. हालांकि, झोटवाड़ा और बगरू विधानसभा के भी कुछ हिस्से अध्यक्ष के अंतर्गत आते हैं. आमेर विधानसभा क्षेत्र का केवल आमेर कस्बा और वर्तमान में केवल 4 वार्ड जयपुर जिले में आते हैं. बीजेपी जयपुर शहर अध्यक्ष पद पर जल्द मुहर लग सकती है. 


प्रदेश कार्यकारिणी में कुछ नए नेताओं की हो सकती है एंट्री
राजस्थान बीजेपी को नए प्रदेश अध्यक्ष मिलने के बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रदेश कार्यकारिणी में भी बदलाव हो सकते हैं. कुछ नेता बाहर जाएंते तो वहीं नए नेताओं के शामिल होने की भी खबर है. इसके अलावा, मौजूदा पदाधिकारियों में से कइयों को प्रमोशन भी मिल सकता है.


ये भी पढ़ें: डीग में भारी बारिश की वजह से भरभराकर गिरा मकान, मां-बेटी की मौत, पिता और 2 बच्चे घायल