Kota News: पंडित नेहरू की 'आंख' से देख सकेंगे कोटा के नजारे, बन रहा देश का सबसे बड़ा मुखोटा
चंबल रिवर फ्रंट पर स्थापित किए जा रहे पंडित नेहरू के मुखोटे का वजन करीब 25 टन है. विशाल मुखोटे की ऊंचाई 16.50 मीटर हैं. मुखोटे की चौड़ाई 6 मीटर है.
Kota News: कोटा में बन रहा विश्व स्तरीय चंबल रिवर फ्रंट देश में अनोखा और विश्व की धरोहर से लबरेज होगा, साथ ही जहां आधुनिकता के साथ संस्कृति, प्रकृति और ना जाने कितने ही रूप से इसे देखा जा सकता है, फिलहाल इन दिनों बन रहा पंडित जवाहर लाल नेहरू जी का मुखोटा है जो आकर्षण का केन्द्र हैं. इस मुखोटे (चेहरे) की कई विशेषताएं हैं, ये देश का पहला ऐसा विशालकाय मुखोटा हैं जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है. विशाल मुखोटे की आंख से पर्यटक रिवरफ्रंट के खूबसूरत नजारे देख सकेंगे.
सीढ़ियों से चढ़कर जाना होगा
इस मुखोटे की कई खूबियां हैं. चंबल रिवर फ्रंट पर स्थापित किए जा रहे पंडित नेहरू के मुखोटे का वजन करीब 25 टन है. विशाल मुखोटे की ऊंचाई 16.50 मीटर हैं. मुखोटे की चौड़ाई 6 मीटर है. देश में सबसे विशाल मुखोटा चंबल रिवर फ्रंट पर स्थापित किया गया है. जमीन से मुखोटे की ऊंचाई करीब 264.50 मीटर हैं. करीब 5.50 करोड़ की लागत से पंडित नेहरू का फेस मास्क तैयार हो रहा है. मुखोटे के पीछे पर्यटकों के लिए सीढ़ियां और प्लेटफार्म भी विकसित किया गए हैं, जहां से पर्यटक रिवर फ्रंट की खूबसूरती को देख सकेंगे. विशाल मुखोटे पर आकर्षक लाइटिंग भी की जा रही हैं. ये मुखोटा करीब 7 महीने में तैयार कर स्थापित किया गया है जो पर्यटकों के आकर्षण का बड़ा केंद्र बनेगा.
चंबल रिवर फ्रंट पर और भी कई आकर्षण
कोटा में बन रहा चंबल रिवर फ्रंट देश में सबसे बड़ा, खूबसूरती के साथ कई विविधताएं लिए हुए है. यहां देश-विदेश की कलाकृतियां भी देखने को मिलेंगी. अनोखा घंटा भी यहां लगाया जा रहा है, इसके साथ ही कई छतरियां विश्व प्रसिद्ध हैं, गार्डन हैं और ना जाने कितने ही नजारे यहां आकर्षित करेंगे. इसके साथ ही इसका कार्य पूरा होने पर करीब एक दर्जन से अधिक कॉलोनियां बाढ़ की चपेट में आने से भी बचेंगी.
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