Rajasthan Paper Leak: राजस्थान में दिसम्बर में हुई वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में बैंगलोर से पुलिस गिरफ्त में आए मास्टर माइंड भूपेंद्र सरगना अभी पुलिस रिमांड पर चल रहा है. उदयपुर पुलिस ने उसका जुलूस निकालते हुए कोर्ट में पेश किया जहां से रिमांड मिली है. बाद में हुई पुलिस पूछताछ में सरगना सारण ने पेपर लीक मामले में बाद खुलासा किया है. 


खुलासे में पता चला कि वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा में बैठे हजारों छात्रों के भविष्य का सौदा 40 लाख में रुपए में हुआ. यहीं नहीं इस मामले की सौदेबाजी करने वाला कोई और नहीं बल्कि एक शिक्षक ही निकला. अब पुलिस मास्टर माइंड सारण की पूछताछ के आधार पर अपनी जांच आगे बढ़ा रही है.


चौमू के अध्यापक से खरीदा था 40 रुपए में सामान्य ज्ञान
आरोपी सारण ने अपनी पूछताछ में पुलिस को बताया कि चौमी निवासी शेरसिंह है, जो कि आबू रोड में अध्यापक के रूप में सेवाएं दे चुका है, उससे 40 लाख रुपए में वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा का सामान्य ज्ञान का पेपर खरीदा था. पेपर आने के बाद इसे अभ्यर्थियों (जो मामले में आरोपी है) को 5-5 लाख रुपए में बेचा गया था. अब इससे साफ होता है कि पेपर लीक की यह चेन काफी लंबी है और आगे तक जाएगी. अब शेर सिंह को गिरफ्तार किया जाएगा तो उसने यह पेपर किससे लिया वह सामने आएगा. यहीं नहीं अन्य पेपर का सौदा हुआ था या नहीं वह भी साफ हो जाएगा. 


सुरेश को सारण ने ही भेजा था पेपर
पूछताछ में सामने आया कि दिसम्बर में परीक्षा के दिन जब पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पेपर लीक का खुलासा किया था उसमें हेड मास्टर सुरेश बिश्नोई गिरफ्तार हुए थे, जो बस में पेपर सॉल्व करवा रहे थे. व्हाट्सअप पर भी भूपेंद्र सारण ने ही पेपर भेजा था. अभी तो इस मामले में एक आरोपी सुरेश ढाका भी गिरफ्त से बाहर चल रहा है. उसके पकड़े जाने के बाद भी पेपर लीक मामले के कई राज खुल सकते हैं. इधर भूपेंद्र सारण की बात करें तो वह पहले भी दो पेपर लीक प्रकरण जो कि जीएनएम भर्ती परीक्षा 2011 और पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2022 में आरोपी रह चुका है.


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