Rajasthan Paper Leak Case: पेपर लीक मामले में जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार की स्पेशल टीम को बड़ी कामयाबी मिली है. साइक्लोनर टीम ने गंगानगर से पेपर लीक प्रकरण के इनामी को धर दबोचा.
आईजी विकास कुमार ने बताया कि शैतानाराम 2015 से जोधपुर कमिश्नरेट में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत था. साइक्लोनर टीम ने आरोपी को पकड़ने के लिए स्टील की रेलिंग बनाने वाले मजदूर बनकर हैदराबाद में काम किया. जानकारी मिली की आरोपी गंगानगर में छिपा है.
जोधपुर रेंज की साइक्लोनर टीम प्रतियोगिता परीक्षा के स्टूडेंट बनकर गंगानगर पहुंची. गंगानगर से इनामी कांस्टेबल को धर दबोचा गया. आईजी विकास कुमार ने बताया कि अप्रैल माह में गिरफ्तारी की भनक लगने पर शैतानाराम फरार हो गया था. कांस्टेबल शैतानाराम विश्नोई की गिरफ्तारी के लिए 50 हजार की घोषणा की गयी थी. उन्होंने बताया कि आरोपी पुलिस के पैंतरे जानता था. पुलिस की टीम डेढ़ महीने से कांस्टेबल शैतानाराम के पीछे लगी थी.
कांस्टेबल को पकड़ने के लिए ऑपरेशन 'दुष्ट दमन'
उन्होंने बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिए ऑपरेशन "दुष्ट दमन" चलाया गया. ऑपरेशन का नाम शैतानाराम को देखते हुए रखा गया था. आईजी ने बताया कि साइक्लोनर टीम ने हैदराबाद में 10 दिनों तक मजदूरी कर आरोपी की जानकारी जुटायी. सुराग मिलने के बाद गंगानगर में आरोपी को पकड़ने के लिए स्टूडेंट बनकर पुलिस की टीम पहुंची. गंगानगर में शैतानाराम स्टील की रेलिंग बनाने वाले दोस्त के घर छिपा हुआ था.
ऐसे पकड़ में आया पेपर लीक प्रकरण का इनामी
रक्षाबंधन वाले दिन टीम ने आरोपी को पकड़कर एसओजी के हवाले किया. आरोपी कांस्टेबल शैतानाराम की मदद दो और लोग कर रहे थे. रक्षाबंधन का त्येहार होने के कारण दोनों गांव चले गए. आईजी ने बताया कि आरोपी कांस्टेबल को साइक्लोनर टीम के आने की भनक लग गयी थी. उसने छत से कूद कर भागने की कोशिश की. पुलिस ने चारों ओर से घर को घेर रखा रखा था. भागते समय आरोपी शैतानाराम को पुलिस ने दबोच लिया.
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