Rajasthan Paper Leak Case: राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने नकल माफियाओं पर नकेल कसनी शुरू कर दी है. जहां एक तरफ महीनों से फरार पेपर लीक का सरगना भूपेंद्र सारण को पिछले दिनों बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था, वहीं सोमवार को मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण को भगाने में मदद करने वाले राजीव उपाध्याय को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही अब इनसे जुड़े सभी के लिए धर पकड़ तेज कर दी गई है.


पुलिस ने सोमवार को सारण और उसके सहयोगी को कोर्ट में पेश किया, जहां से भूपेंद्र को 9 और उपाध्याय को 4 दिन के रिमांड पर भेज दिया गया है. एएसपी महेंद्र पारीक ने बताया कि सारण से मिली जानकारी के आधार पर उसके साथी उपाध्याय को जयपुर से पकड़ा है. साथ ही उसके अन्य सहयोगियों के बारे में भी पूछताछ की जा रही है. उनका कहना है कि अब शेरसिंह को पकड़ने के लिए लिए 10 से ज्यादा टीमें बनाई गई हैं. जल्द ही सब गिरफ्त में होंगे.


सारण से जुड़े हैं सबके तार?
बड़ी मुश्किल से पिछले दिनों महीनों से फरार पेपर लीक का सरगना भूपेंद्र सारण को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था, तभी से यह माना जा रहा था कि जल्द ही सबकी गिरफ्तारी होगी. पुलिस सूत्रों का कहना है कि सारण से ही सबके तार जुड़े हैं. जल्द ही सबको पकड़ा जाएगा. हालांकि, अभी भी आरोपी सुरेश ढाका की कोई अपडेट नहीं है. उसकी भी तलाश तेज कर दी गई है. भूपेंद्र सारण पर पिछले दिनों पुलिस ने एक लाख रूपये का इनाम घोषित कर दिया था.


परीक्षा के बीच में हो रही गिरफ्तारी
ये पेपर लीक का मामला सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन रहा था. इसलिए सरकार ने परीक्षा के बीच ही इन्हें गिरफ्तार करके एक बड़ा संदेश दे दिया है. विपक्ष ने लगातार पेपर लीक मामले को बड़ा बनाया है. इसके तहत पूरा विपक्ष सरकार को सदन से लेकर मैदान तक घेर रही है. एक लाख के इनामी सुरेश और भूपेंद्र साथ ही फरार हुए थे. भूपेंद्र के गिरफ्तार होने के बाद अब सुरेश की तलाश है. एसओजी और एटीएस को भूपेंद्र सारण से सुरेश के बारे में भी कुछ सूचनाएं मिली हैं, इन्हीं पर अफसर काम कर रहे हैं. सुरेश पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है.


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