Rajasthan Paper Leak News: राजस्थान पुलिस की विशेष शाखा एसओजी ने कई भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक मामले में कथित तौर पर शामिल एक महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने बुधवार (3 जुलाई) को यह जानकारी दी. जोधपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक विकास कुमार और एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक वीके सिंह ने बताया कि एक महीने तक चले अभियान के बाद मंगलवार को तीन आरोपियों ओमप्रकाश ढाका, शम्मी बिश्नोई और सुनील बेनीवाल को गिरफ्तार किया गया है.
उन्होंने बताया कि तीनों आरोपी कांस्टेबल भर्ती परीक्षा समेत कई और पेपर लीक मामले में शामिल थे. एसओजी ने मई में ओमप्रकाश ढाका पर 75,000 रुपये, शम्मी बिश्नोई पर 70,000 रुपये और सुनील बेनीवाल पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया था. पुलिस महानिरीक्षक विकास कुमार ने बताया कि ओमप्रकाश ढाका ने आत्मसमर्पण करने के लिए अपने संबंधों का इस्तेमाल करने की कोशिश की थी. खुफिया जानकारी मिलने के बाद हमने आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश देनी शुरू कर दी.
उन्होंने आगे बताया कि ओमप्रकाश ढाका पेपर लीक में गिरफ्तार माफिया जगदीश बिश्नोई का करीबी सहयोगी था, जो पेपर वितरित करता था और उम्मीदवारों के स्थान पर परीक्षा देने के लिए लोगों की व्यवस्था करता था. विकास कुमार ने बताया कि पुलिस की टीम हैदराबाद गईं, जहां उन्हें पता चला कि ओमप्रकाश ढाका और सुनील बेनीवालएक अपार्टमेंट में रह रहे थे.
डिलीवरी ब्वॉय बन मास्टर माइंड को किया गिरफ्तार
पुलिस की टीम ने अपार्टमेंट में प्रवेश करने के लिए एलपीजी सिलेंडर पहुंचाने वाले कर्मी का वेश बदला और आरोपियों को गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि महिला आरोपी शम्मी बिश्नोई के उत्तर प्रदेश के बरसाना में होने की जानकारी मिली. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एसओजी) वीके सिंह ने बताया कि शम्मी कई उम्मीदवारों के स्थान पर परीक्षा दे चुकी है. वह एक सरकारी शिक्षिका भी थी.
वीके सिंह ने बताया कि ओमप्रकाश ढाका पेपर लीक माफिया जगदीश बिश्नोई से जुड़ा था और उम्मीदवारों को लाता था. सुनील बेनीवाल ने गिरोह में ओमप्रकाश ढाका की मदद की. वीके सिंह ने बताया कि कई भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक के मास्टरमाइंड सुरेश ढाका ने भी कुछ शर्तों के तहत आत्मसमर्पण करने की पेशकश की थी, जिसे स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने अस्वीकार कर दिया था.
वीके सिंह ने बुधवार को बताया कि दिसंबर 2022 में वरिष्ठ शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद फरार हुए सुरेश ढाका ने आत्मसमर्पण करने के लिए एजेंसियों से संपर्क किया और कुछ शर्तों पर जोर दिया, जिसे एजेंसी ने अस्वीकार कर दिया. उन्होंने बताया कि हमने सशर्त आत्मसमर्पण से साफ इनकार कर दिया था. हमारी टीम सुरेश ढाका और उसके साथियों का पता लगा रही हैं, वह भारत में कहीं छिपा हुआ है.