Rajasthan Paper Leak Case: राजस्थान में इन दिनों पेपर लीक मामले को लेकर सियासत गर्माई हुई है. सत्ता पक्ष हो या विपक्षी पार्टियां, सभी दलों के नेता प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए अलग-अलग आरोप लगा रहे हैं. हाल ही कांग्रेस नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने पेपर लीक मामले में सरकार के मंत्री और अफसरों की मिलीभगत करने का गंभीर आरोप लगाया तो सूबे में बवाल मच गया. सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने सामने आकर सचिन पायलट के सवालों का जवाब दिया. जादूगर कहलाने वाले सीएम पायलट के जवाब पर तो बयानबाजी का बवंडर आ गया.


मामला गर्माया तो कवि ने बना दिया भजन


राजस्थान में पेपर लीक होने का मामला देश की सुर्खियों में आने के बाद राजस्थानी कवि केसर देव मारवाड़ी (Kavi Kesar Dev Marwadi) ने इस पर भजन बना दिया. भजन कुछ इस प्रकार है 'जिस भर्ती में पेपर लीक ना हो, वो एग्जाम कराना ना चाहिए..' भजन इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा है. इस भजन की शुरूआत में केसर देव बोल रहे हैं, "परीक्षा के भंवरजाल में फंसे भक्तों और पेपर लीक करने वाले कमबख्तों, मेरे साथ जयकारा लगाइए और बोलिए रीट माता की जय, बोलिए वनपाल महाराज की जय, बोलिए उपनिरीक्षक नाथ की जय, बोलिए पटवारी मात की जय."


'जल से पतला पेपर है..'


केसर देव कहते हैं कि पेपर जल से भी पतला है. जहां जल लीक नहीं होता है, वहां पेपर लीक हो जाता है. वे मानते हैं कि नकल गैंग अग्नि से भी तेज है और आरपीएससी काजल से ज्यादा काली है. उनका मानना है कि जिनके पास धन नहीं है, बल नहीं है, या जिनके पास धन भी है, लेकिन जुगाड़ नहीं बैठ रहा, बस वो लोग ही पेपर लीक में शामिल नहीं हैं.


पेपर लीक पर भजन लिखकर गाने वाले केसर देव मारवाड़ी मूलत: नागौर जिले के लाडनूं में रहते हैं. केसर देव ने बताया कि वे हास्य कवि और स्टेंडअप कॉमेडियन हैं. उन्होंने देशभर में सैकड़ों शो किए हैं. उन्होंने टीवी पर फेमस लाफ्टर चैलेंज में भी प्रस्तुति दी है. उन्होंने बताया कि वे अक्सर हास्य रचनाएं ही लिखते हैं, लेकिन वर्तमान वक्त में आए दिन होने वाले पेपर लीक के मामलों को देखकर उन्हें चिंता हुई और दस दिन पहले पहली बार व्यंग्य के रूप में यह भजन लिखा. पारिवारिक कार्यक्रम में जागरण के दौरान उन्होंने पहली बार यह भजन गाया. परिवार के सदस्य ने वीडियो बनाया था, जो वायरल हो गया.


केसर ने जताई यह चिंता


केसर देव ने चिंता जताई कि देश में दिनोंदिन बेरोजगारी बढ़ रही है. युवा पढ़ाई और एग्जाम में बहुत पैसा खर्च करते हैं. सरकार उन्हें नौकरियां देने के लिए अपनी तरफ से बढ़िया व्यवस्था करती है, लेकिन बचाने वालों का दिमाग एक और नकल करने वालों की भीड़ है. कोई भी सरकार नहीं चाहती कि पेपर लीक हो. सरकार नकल रोकने की कोशिश करती है, लेकिन पकड़ पाती है क्योंकि टैक्नोलॉजी बढ़ती जा रही है.


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