Jhalawar: लड़कियों के फोटो एडिट करके ब्लैकमेल करता था बदमाश, नाबालिग बच्चियों ने शातिर को कराया गिरफ्तार
Kota Police arrested sextorsion accuse: जांच के दौरान पाया गया कि आरोपी यौन विकृत मानसिकता से ग्रसित है, जो पूर्व में भी इस तरह के अपराध में उदयपुर पुलिस की ओर से गिरफ्तार किया जा चुका है.
Rajasthan Piolice: झालावाड़ पुलिस ने एक आरोपी को कुछ छोटी बच्चियों के हौसले की मदद से पकड़ने में कामयाबी हासिल की है. ये आरोपी विकृत मानसिकता का है और पहले भी उदयपुर (Udaipur) में पकड़ा जा चुका है. यह आरोपी पहले तो अपनी फर्जी आईडी बनाकर लड़कियों से दोस्ती करता था. फिर उनकी फोटो एडिट करने के बाद न्यूड कंटेंट बनाकर सेक्सटॉर्शन (Sextorsion) करने लगता था.
आरोपी से पुलिस ने जब्त किए ये सामान
नाबालिग छात्राओं के साथ ऑनलाइन सेक्सटॉर्जन का आरोपी लड़कियों के नाम से फर्जी आईडी बनाकर सोशल मीडिया एप्स की मदद से फ्रेंडशिप कर छात्राओं को शिकार बनाता था. यह आरोपी लड़की की फोटो एडिट कर न्यूड कंटेंट बनाने के बाद ब्लैकमेल कर उन्हें गलत काम करने के लिए प्रेरित करता था. आरोप है कि यह कुछ बच्चियों को परेशान कर रहा था. लेकिन इन बच्चियों ने हौंसले की मदद बेहद ही गोपनीय तरीके से पुलिस ने काम किया. लिहाजा, आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गया. इसके पास से उपयोग में लिए गए मोबाईल, आईफोन, लैपटॉप व ब्रॉडबैंड जब्त किए गए हैं.
अश्लील गतिविधियों के लिए कर रहा था मजबूर
साइबर पुलिस थाना जिला पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर ने बताया कि साइबर पुलिस थाना झालावाड़ की ओर से सोशल मीडिया एप्स पर लड़कियों के नाम से फर्जी आईडी बनाकर नाबालिग स्कूली छात्राओं के साथ दोस्ती कर उनके फोटो वायरल करने की धमकी देकर अश्लील चैटिंग करने, अश्लील फोटो भेजने के लिए ब्लैकमेल करने के अपराध का खुलासा करने के साथ ही एक अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है.
साइबर पुलिस को मिली सफलता
इस मामले में झालावाड़ एसपी ने बताया कि साइबर पुलिस थाना पर शहर की कुछ नाबालिग बच्चियों के साथ किसी अज्ञात व्यक्ति की ओर से सोशल मीडिया एप स्नैपचैट व इंस्टाग्राम पर फर्जी आईडी बनाकर उनका पीछा करने, उनके साथ अश्लील चैटिंग कर परेशान करने, बालिकाओं के साधारण फोटो को एडिटिंग कर न्यूड कंटेट बनाकर उन्हें वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर अश्लील फोटो भेजने व अश्लील गतिविधियों के लिए मजबूर करने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. इसके बाद साइबर पुलिस थाना झालावाड़ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम और पॉक्सो एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की थी.
एसपी ने स्वयं संभाली कमान
पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर ने बताया कि नाबालिग स्कूली छात्राओं को इस तरह ऑनलाइन सोशल मीडिया एप्स का दुरूपयोग कर सेक्सटार्जन करने के प्रकरण को अत्यंत गंभीरता से लिया गया. उन्होंने खुद के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चिरंजीलाल मीणा के सुपरविजन व चन्द्रज्योति शर्मा पु.नि. प्रभारी साइबर थाना झालावाड़ के नेतृत्व में टीम गठित अनुसंधान के बाद डाटा संकलन किया गया. मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए अत्यंत गोपनीय तरीके से गहनता से अनुसंधान कर सोशल मीडिया एप्स इंस्टाग्राम व स्नेपचैट से डाटा प्राप्त कर डाटा एनालिसिस किया गया, तो जांच में सामने आया कि असनावर निवासी अपराधी जितेन्द्र कुमार सोनी उर्फ गोलू सोनी इसके पीछे हैं. इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने जितेन्द्र सोनी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से अपराध में उपयोग किए गए संचार उपकरण आईफोन मोबाइल, लैपटॉप व इंटरनेट ब्रॉडबैंड मॉडेम को जप्त कर लिया है.
यौन विकृत मानसिकता से ग्रसित है
वारदात की जांच के दौरान पाया गया कि आरोपी यौन विकृत मानसिकता से ग्रसित है, जो पूर्व में भी इस तरह के अपराध में उदयपुर पुलिस की ओर से गिरफ्तार किया जा चुका है. आरोपी ने एमए और एमएड की पढाई कर रखी है. वह बहुत ही अच्छा तकनीकी ज्ञान रखता है. इसका इस्तेमाल वह सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम, स्नैपचैट आदि पर छोटी बच्चियों के नाम से आईडी बनाकर अन्य लड़कियों को फ्रेंड रिक्वेस्ट सेंड करता था. लडकी की ओर से रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करने पर शुरू में उससे लड़की बनकर साधारण चैट्स करता था. आरोपी गूगल से किसी और लड़की के फोटो डाउनलोड कर भेजकर उसे अपना बता देता था, ताकि लड़कियों का विश्वास कायम किया जा सके. फिर उन लड़कियों के भी साधारण फोटो ले लेता था, इसके बाद उसेमें एडिटिंग कर उन्हे हाफ न्यूड कंटेट में बदल कर धीरे-धीरे उन लड़कियों को ब्लैकमेल करने लगता था. इसके बाद बच्चियों से उनके पूरे नग्न फोटो भेजने के लिए कहता था. इसके बाद तो वह सेक्सुअल गतिविधियां करने के लिए मजबूर करने लगता था. बच्चियां शर्म व डर के मारे किसी को बता नहीं पाती थी, जिसे आरोपी के हौसले बुलंद होते जा रहे थे और वह अपराध को लगातार दोहरा रहा था.