Udaipur News: राजस्थान की उदयपुर पुलिस ने बुधवार (24 जनवरी) की देर रात बड़ी कार्रवाई करते फर्जी आईपीएस ऑफिसर को गिरफ्तार किया है. यह शातिर आरोपी उदयपुर के सर्किट हाउस में सीबीआई में तैनात आईपीएस ऑफिसर बनकर ठहरे थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए उदयपुर एसपी भुवन भूषण यादव तक को मौके पर पहुंच गए, क्योंकि मौके पर पहुंची उदयपुर हाथीपोल थाना पुलिस को आरोपी युवकों ने फर्जी सीबीआई पहचान पत्र दिखाया था. 


मौके पर पहुंचे एसपी भुवन भूषण यादव ने आरोपियों से पूछताछ की, तो उनका राजफाश हो गया. इसके बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुछताछ में आरोपियों ने पुलिस को कई चौंकाने वाली कहानी सुनाई. उदयपुर एसपी भुवन भूषण यादव ने बताया कि राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस को मद्देनजर रखते हुए थाना सर्कल में संचालित होटल, ढाबा और धर्मशाला पर चेकिंग के निर्देश दिए हैं. निर्देशों का पालन करते हुए हाथीपोल थाना पुलिस चेकिंग के लिए गश्त पर निकली थी. 


मैनेजर संदिग्ध होने पर पुलिस को बुलाया
गश्त के दौरान हाथीपोल पुलिस को सर्किट हाऊस मैनेजर नरेश वर्मा ने आरोपियों के बारे में सूचित किया. मैनेजर ने पुलिस को बताया है कि सीबीआई में तैनान आपीएस ऑफिसर बनकर कुछ युवक यहां पर ठहरे हैं, जो संदिग्ध लग रहे हैं. पुलिस जाब्ता सर्किट हाउस पहुंचा और मैनेजर ने चारों युवकों की जानकारी दी. जब पुलिस ने कमरे में जाकर युवकों से पूछताछ की तो उनमें से सुनील कुमार नाम के युवक ने अपने आपको सीबीआई पदस्थ आईपीएस ऑफिसर के रुप में अपना परिचय दिया. उसने पुलिस को ये भी बताया कि वह मुंबई के बांद्रा में पदस्थापित है.


पुलिस को आरोपी ने दिखाया फर्जी पहचान पत्र
आरोपी युवक सुनील कुमार, बानूसर अलवर का रहने वाला है. उसने बताया कि वह दोस्तों के साथ उदयपुर घूमने आया था. दोस्तों में कोठपुतली निवासी सत्यनारायण, ऐसी निवासी इन्द्राज सैनी और कोठपुटली के ही अमित कुमार चौहान भी उसके साथ घूमने आए थे. सुनील कुमार ने पुलिस सीबीआई अधिकारी का पहचान पत्र दिखाया, जिस पर उसका पद एसीपी सीबीआई बताया गया है और नई दिल्ली से जारी है. इसकी सूचना मौके से पुलिस ने एसपी भुवन भूषण यादव को दी, मामले की गंभीरता को देखते हुए वह तत्काल मौके पर पहुंच गए और आरोपी के जरिये पेश किए गए पहचान पत्र के बारे में पूछताछ तो वह फर्जी निकला.


यूपीएससी में नाकाम होने बाद गढ़ी झूठी कहानी
पुलिस पूछताछ में खुद को सीबीआई ऑफिसर बताने वाले आरोपी युवक सुनील कुमार ने बताया कि वह चार बार यूपीएससी की परीक्षा दे चुका है, लेकिन असफल रहा. फैमिली में इज्जत बचाने के लिए उसने झूठ बोला कि वह सीबीआई में एसीपी के पद पर है और वह आईपीएस है. आरोपी ने बताया कि वह उसकी सगाई होने वाली थी, इसलिए रुतबा कायम रखने के लिए झूठ बोला था. अब मामले में पुलिस छानबीन कर रही है कि इससे पहले इन्होंने कोई बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम तो नहीं दिया है. 


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