Baran News: पुलिस ने बारां में हुए ब्लाईंड मर्डर ( Baran blind murder case) का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों को चार दिन की रिमांड पर लिया गया है. एसपी कल्याणमल मीना (SP Kalyanmal Meena) ने बताया कि 22 सितंबर को फरियादी बारां निवासी नरेश उर्फ गोलू ने थाना सदर बारां में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसमें उसने बताया कि उसके पिता बाबूलाल मीणा 21 सितंबर से घर नहीं आए हैं, जिस पर पुलिस ने तलाश शुरू की. 23 सितंबर को फतेहपुर माथना के बीच गुमशुदा बाबूलाल मीणा (Babulal Meena) का शव घटना स्थल से करीब 20 किमी दूर मिला.
पुलिस ने ऐसे किया हत्या का खुलासा
पोस्टमॉर्टम में उनके शरीर पर चोटों के निशान मिले. आसपास के लोगों से जब इस हत्याकांड के बारे में पूछा गया तो किसी ने कुछ नहीं बताया. इस पर हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई. घटना स्थल पर भारी बारिश होने के कारण महत्वपूर्ण सुराग धुल चुके थे. यह ब्लाइंड मर्डर पुलिस के लिए चुनौती बन गया था. मामले में एक विशेष मय साईबर टीम का गठन कर घटना से फरार अज्ञात आरोपियों की तलाश शुरू की गई. विशेष टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें तकनीकी सर्विलांस, वैज्ञानिक अनुसंधान व बवक्त घटना के संदिग्ध अपराधियों का मूवमेंट, नहर क्षेत्र में पशु चराने वाले व्यक्तियों से पूछताछ कर पुलिस को हत्या का खुलासा करने में सफलता मिली.
हत्या के मामले में पहले भी जेल काट चुका है आरोपी
एसपी ने बताया कि प्रथम दृष्टया जांच में सामने आए सबूतों से पुष्टि हुई कि आरोपी महावीर बैरवा, रमेशचंद बैरवा ने अपनी पैतृक जमीन, जिसे उसके पिता ने बेच दिया था, उसमें से हिस्सा नहीं मिलने से खरीददरों से नाराज थे. उन्हें संदेह था कि मृतक बाबूलाल का भी उसमें सहयोग रहा था, जिसके कारण प्रतिशोध में उन्होंने उसकी हत्या कर दी एवं सबूत मिटाने के लिए मृतक की लाश तथा उसकी बाइक को पास में बह रही नहर में फेंक दिया. आरोपियों के विरुद्ध जुर्म साबित होने पर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. जहां पर नियमानुसार उनकी शिनाख्त परेड करवाई. आरोपियों को 4 दिन की पुलिस रिमांड पर जांच के लिए लाया गया जहां पर आरोपियों से सबूत संकलित किए जाएंगे. पुलिस ने बताया कि आरोपी महावीर बैरवा हत्या के मामले में पहले भी 7 साल की जेल काट चुका है.
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