अजमेर: राजस्थान पुलिस के महानिदेशक उमेश मिश्रा के आदेश पर पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देने की मंशा से अजमेर के गेगल थाने को पायलट प्रोजेक्ट के लिए चुना गया है. गेगल थाने में सोमवार को प्रायोगिक तौर पर शुरू होने वाले साप्ताहिक अवकाश की व्यवस्था सफलता पूर्वक लागू होने के बाद अजमेर जिला और बाद में पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा. आज से शुरू हो रहे इस पायलट प्रोजेक्ट की अधिकारी जिलास्तर पर हर सोमवार को समीक्षा करेंगे.
क्या है पुलिस महानिदेशक की मंशा
पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने 24 नवंबर को अजमेर यात्रा में पुलिस थानों में तैनात जवानों के विपरीत और कठिन परिस्थितियों में ड्यूटी करने पर पुलिस अधिकारियों से चर्चा की. उन्हें बताया गया कि पुलिसकर्मियों को राजकार्य के साथ-साथ स्वास्थ्य, पारिवारिक व सामाजिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. इस पर उन्होंने पुलिस थानों में तैनात कांस्टेबल को साप्ताहिक अवकाश देने की योजना का प्रायोगिक परीक्षण अजमेर में शुरू करने की मंशा जताई. डीजीपी ने थाने पर सुनवाई कार्यक्रम की शुरूआत की थी. इसे अब पूरे प्रदेश में लागू कर दिया गया है.
कैसे मिलेगा पुलिसकर्मियों को विकली ऑफ
अजमेर के एसपी चूनाराम जाट ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत गेगल थाने का चुनाव किया है. इस पुलिस थाने में 28 नवंबर से पुलिस के जवानों को साप्ताहिक अवकाश दिया जाएगा. साप्ताहिक अवकाश योजना 28 नवम्बर से थाने/चौकी पर लागू की गई है. इसकी हर सोमवार को मुख्यालय स्तर पर समीक्षा की जाएगी. इसके तहत गेगल थाने के चार जवानों को पहला साप्ताहिक विश्राम सोमवार को दिया जाएगा. इसके बाद से प्रतिदिन औसतन चार सिपाही साप्ताहिक अवकाश पर रहेंगे.अवकाश का दिन और किस कांस्टेबल को यह दिया जाना है, इसका चयन थानाधिकारी करेंगे.
इस विश्राम को पहले से स्वीकृत अवकाश के साथ नहीं लिया जा सकेगा. वहीं कानून व्यवस्था और अति आवश्यक राजकार्य के दौरान स्वीकृत विश्राम को निरस्त कर दिया जा सकता है. विश्राम की अवधि सुबह आठ बजे से अगले दिन सुबह आठ बजे तक की होगी.
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