Rajasthan News: भरतपुर जिले के सुंदरावली गांव निवासी शहीद जीतराम गुर्जर की वीरांगना सहित देवर और बेटी नगर अस्पताल में भर्ती हैं. तीमारदारों को रोकने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है. जानकारी के अनुसार सुबह करीब 5 बजे शहीद की पत्नी, देवर और बड़ी बेटी सुमन को पुलिस ने उठाकर अस्पताल में जबरन बैठा दिया. देवर विक्रम का कहना है जबरन अस्पताल में भर्ती से परेशानी नहीं है. गौरतलब है कि पुलवामा में राजस्थान के शहीद हुए सैनिकों की वीरांगनाएं जयपुर में आंदोलनरत हैं. सचिन पायलट के बंगले के बाहर वीरांगनाएं धरने पर डटी हुई थीं.


भरतपुर की वीरांगना को जबरन अस्पताल में कराया भर्ती


कल वीरांगनाओं ने मुंह में घास लेकर सीएम आवास की तरफ कूच भी किया था. वीरांगनाएं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलकर दर्द बयान करना चाहती थीं. पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया. रात को तीनों वीरांगनाओं को एम्बुलेंस से घर भेज दिया गया. भरतपुर के सुंदरावली गांव की वीरांगना सुंदरी को भी सुबह लगभग 5 बजे पुलिसकर्मी नगर चलने की बात कहकर अस्पताल ले आये. वीरांगना सुंदरी को भर्ती कराकर अस्पताल के बाहर काफी संख्या में पुलिस तैनात कर दिया गया. किसी को भी अंदर जाने की अनुमति पुलिस नहीं दे रही है.


तीमारदारों को रोकने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती


शहीद जीतराम गुर्जर की वीरांगना भी जयपुर में धरना दे रही थीं. रात को अचानक धरना खत्म कराकर तीनों वीरांगनाओं को घर भेज दिया गया. भरतपुर की वीरांगना सुंदरी को घर की जगह सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बेटी और देवर को भी अस्पताल में रखा गया है. अस्पताल से मीडिया को भी दूर रखा जा रहा है. वीरांगना की दो मांग है. एक नगर का सरकारी कॉलेज शहीद के नाम पर रखा जाए. शहीद के भाई को सरकारी नौकरी दी जाए. कॉलेज के नाम बदलने की फाइल अभी प्रक्रिया में है. शहीद के भाई को सरकारी नौकरी देने का अभी तक आश्वासन नहीं मिला है.


वीरांगना देवर को नौकरी दिलाने के लिए जयपुर में धरना दे रही थीं. आज पुलिस ने वीरांगना सहित देवर और बेटी को भी अस्पताल में जबरन भर्ती कराया है. शहीद जीतराम गुर्जर के पिता राधेश्याम का कहना है कि जयपुर में धरना चल रहा था. बहू सुंदरी धरने पर बैठी थी. धरना स्थल पर उसका पता नहीं है. पुलिस वीरांगना सुंदरी को घर लेकर नहीं आई थी. वीरांगना की सास और शहीद जीतराम गुर्जर की मां गोपा देवी ने पुलिस के बयान को झूठा बताया है. उन्होंने बताया कि सुंदरी घर नहीं पहुंची है. 11 दिन घर से गए हुए हो गए हैं. एक बच्चा उसके साथ और एक घर पर है. अभी तक सुंदरी घर नहीं आई है.  


Rajasthan Politics: कांग्रेस विधायक ने कहा- शहीदों पर हो रही है राजनीति, सीएम को भेजा विकास कार्य का ब्यौरा