Rajasthan Police Big Role During Corona Period: कोरोना काल (Corona Period) के दौरान लोगों को तमाम तरह की मुसीबतों का सामना करना पड़ा है. आर्थिक तंगी (Financial Problem) से लेकर कई परेशानियों के चलते पति-पत्नी के बीच झगड़े भी बढ़े, नौबत रिश्ता टूटने तक की आ गई. लेकिन, ऐसे वक्त में पुलिस (Police) ने बड़ी जिम्मेदारी निभाते हुए रिश्तों को दूर होने से बचाया. बात करें उदयपुर (Udaipur) संभाग में राजसमंद पुलिस की तो यहां 761 पति-पत्नी के बीच रिश्ते टूटने की कगार पर थे, इन मामलों को निपटाने में पुलिस ने सराहनीय काम किया. ज्यादातर मामलों के पीछे सबसे बड़ा कारण आर्थिक तंगी थी. 


क्या कहते हैं आंकड़े 
राजसमंद महिला थाने में पति-पत्नी के बीच विवाद के 2020 में 351 और 2021 में 477 परिवाद दर्ज हुए. पुलिस ने इन 2 सालों में 761 मामलों में समझाौता करवा कर घर टूटने से बचाए. 2021 में 477 परिवादों में से मात्र 77 में प्रकरण दर्ज करने की जरूरत पड़ी और तो और जिन 79 प्रकरण में चालान पेश हो गए थे, उनमें से भी 35 में राजीनामा हो गया. 


आर्थिक तंगी बनी बड़ा कारण 
कोरोना काल में देशभर में लॉकडाउन लगा था. कई लोगों की नौकरियां छूट गईं तो कई की दिहाड़ी मजदूरी चली गई. आर्थिक तंगी का असर परिवारों में भी दिखाई दिया. पति-पत्नी के बीच घरेलू झगड़ों के कारण परिवार टूटने लगे. लेकिन, इस दौर में भी पुलिस ने पॉजिटिव पुलिसिंग का परिचय दिया. पुलिस ने 2 साल में 966 में से 761 मामलों में समझौता करवा कर घर और परिवार को बिखरने से बचा लिया.




मुकदमा दर्ज करवाने की मंशा नहीं
महिला थाना सीआई संगीता ने बताया कि ज्यादातर महिलाओं ने परिवाद पेश करने के बाद कहा कि उन्हें मुकदमा दर्ज नहीं करवाना है. बस आप पति को बुलाकर समझा दो. पति की तरफ से मारपीट करना, गलत संगत में जाना, घर खर्च नहीं देना, शराब पीकर झगड़ा करना, छोटी-छोटी बातों पर बहस करना समेत कई समस्याओं से संबंधित शिकायतें आती हैं. अधिकांश महिलाएं चाहती हैं कि ससुराल में ही रहें. मामला आने के बाद दोनों पक्षों को थाने पर बुलाकर काउंसलिंग करवाई जाती हैं. एक-दो बार में बात नहीं बनने पर कई बार तीन-चार बार भी काउंसलिंग की जाती है.


पुलिस ने निभाई बड़ी भूमिका
महिला पुलिस अधिकारी ने ये भी बताया कि थाने में ही संचालित महिला सुरक्षा एंव सलाह केंद्र ने भी पति-पत्नी के आपसी विवाद होने पर काउंसलिंग करते हुए 2 साल में 273 परिवारों का एक साथ रहने के लिए राजीनामा करवाया है. केंद्र की संचालिका जशोदा सोनी ने बताया कि वर्ष 2020 और 2021 में केंद्र के पास 625 परिवाद जाए, जिसमें केंद्र की सदस्य जशोदा सोनी और संगीता चौधरी ने काउंसलिंग करते हुए 273 दंपति को वापस एक साथ रहने के लिए राजी किया. 


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