Rajasthan News Today: राजस्थान पुलिस ने प्रदेश के गुमशुदा व्यक्तियों की तलाश के लिए "ऑपरेशन उल्लास" की शुरुआत की है. इस ऑपरेशन के जरिये अपनों से बिछड़े लोगों को अपनों से मिलाने के लिए अनूठी पहल की है. 


यह प्रदेश में गुमशुदा महिला और पुरुष के लंबित प्रकरणों के बढ़ते मामलों को देखते हुए इसकी शुरुआत की गई है. इस ऑपरेशन की मॉनिटरिंग पुलिस मुख्यालय के जरिये की जाएगी. एक महीने तक चलने वाले इस ऑपरेशन के लिए राजस्थान पुलिस ने सारी योजना तैयार कर ली है. 


एक महीने तक चलेगा ऑपरेशन
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सिविल राइट्स) एएचटी भूपेंद्र साहू ने बताया कि राज्य में गुमशुदा महिला और पुरुषों के लंबित प्रकरणों के आंकड़ों को देखते हुए, सभी जिलों में गुरुवार 1 अगस्त से 31 अगस्त 2024 तक विशेष अभियान 'उल्लास' चलाया जा रहा है. 


'मुख्यालय से की जाएगी निगरानी'
एडीजी भूपेंद्र साहू ने कहा कि इसका प्रमुख उद्देश्य गुमशुदा व्यक्तियों को सक्रियता से तलाश करते हुए प्रदेश में इस तरह के पेंडिंग मामलों में कमी लाना है. उन्होंने बताया कि इस अभियान बड़े स्तर पर सफल बनाने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे. 


एडीजी भूपेंद्र साहू ने इसके तहत तकनीकी सहायता के लिए जिला स्तरीय साइबर सेल को जोड़कर किया जाएगा. प्रत्येक जिले में इस अभियान के तहत की गई कार्रवाई को साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय में सिविल राइट्स शाखा पर संकलित कर मॉनिटरिंग की जाएगी.


'लगन से काम करने पुलिसकर्मी होंगे सम्मानित'
ऑपरेशन उल्लास की का जिक्र करते हुए एडीजी भूपेंद्र साहू ने कहा, "अभियान को सफल बनाने के लिए जरुरी है अधिक से अधिक गुमशुदा महिलाओं और पुरुषों को दस्तयाब करने के लिए मेहनत, लगन से काम करना. " 


उन्होंने कहा कि,  "इस ऑपरेशन के तहत पुलिस कर्मियों को सम्मनित किया जाएगा, जबकि उदासीनता और लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.


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