राजस्थान सरकार में जलदाय मंत्री डा. महेश जोशी (Mahesh Joshi) के बेटे रोहित जोशी (Rohit Joshi) पर रेप का आरोप लगने के बाद से वह फरार हैं. वहीं रोहित की तलाश के लिए पुलिस की 15 सदस्यीय टीम जगह-जगह दबिश दे रही है. शनिवार को भी टीम मंत्री जोशी के जयपुर में रेलवे स्टेशन के पास स्थित आवास पर पहुंची थी. लेकिन यहां परिवार का कोई सदस्य नहीं मिला. आसपास पूछताछ के बाद पता चला की जोशी सरकारी आवास में रह रहे हैं.
18 मई को पूछताछ के लिए रोहित जोशी को दिल्ली बुलाया गया है
इसके बाद रविवार को पुलिस की 15 सदस्यीय टीम मंत्री महेश जोशी के सरकारी आवास पर भी पहुंची थी. लेकिन यहां भी महेश जोशी और रोहित जोशी नदारद मिले. घर में सिर्फ जोशी की बहू और नौकर ही मिले थे. इस दौरान पुलिस टीम ने रोहित के कई अन्य ठिकानों पर भी दबिश दी. इसके बाद टीम सवाईमाधोपुर भी पहुंची जहां रोहित पर पीड़िता के साथ पहली बार रेप करने का आरोप लगा है. वहीं टीम ने रोहित को पूछताछ के लिए 18 मई को दिल्ली के सदर बाजार में तलब किया है इससे जुड़ा नोटिस भी आवास के बाहर चस्पा कर दिया गया है.
जयपुर की एक युवती ने रोहित जोशी पर रेप सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं
बता दें कि जलदाय मंत्री महेश जोशी के बेटे रोहित जोशी पर जयपुर की एक 23 वर्षीय युवती ने दुष्कर्म, कुकर्म, मारपीट और अशलील वीडियो और फोटो बनाकर वायरल करने सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं. युवती ने रोहित जोशी के खिलाफ दिल्ली के सदर बाजार पुलिस थाने में 9 मई को मामला दर्ज कराया था. पीड़िता के मुताबिक मंत्री के प्रभाव की वजह से जयपुर में उनकी शिकायत दर्ज नहीं की गई थी. पीड़िता ने ये भी आरोप लगाया कि जयपुर के सदर पुलिस थाने के थाना अधिकारी ने उसे काफी धमकाया भी था. इस कारण उसने दिल्ली थाने में मामला दर्ज कराने का फैसला किया.
आरोपी बेटे के लिए मंत्री जोशी ने दी सफाई
रोहित जोशी पर रेप केस दर्ज होने के बाद मंत्री महेश जोशी का कहना है कि सियासी कारणों के चलते रोहित पर आरोप लगाया जा रहा हैं. मंत्री महेश जोशी ने मीडिया को इस मामले में बयान दिया था कि उनके बेटा ऐसा नहीं कर सकता है. मंत्री जोशी ने कहा था कि उन्होंने बेटे को ऐसे संस्कार नहीं दिए हैं कि वो ऐसा कृत्य करें.
ये भी पढ़ें
Black Sunday: राजस्थान में रविवार को सड़क हादसे ने मचाया कोहराम, पांच जिलों में 19 लोगों की गई जान