दिल्ली: कांग्रेस (Congress) नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot) मंगलवार शाम दिल्ली पहुंचे. वो आज कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मिल सकते हैं. राजस्थान में जारी राजनीतिक उठापटक को देखते हुए यह मुलाकात महत्वपूर्ण मानी जा रही है. राजस्थान में रविवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक नहीं हो पाई थी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) के समर्थकों को लगा था कि यह बैठक सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने के लिए बुलाई गई थी. इसलिए वो बैठक में  शामलि ही नहीं हुए थे. कई विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी (CP Joshi) को अपना इस्तीफा सौंप दिया था. इस पर सख्ती दिखाते हुए कांग्रेस आलाकमान ने तीन नेताओं को नोटिस जारी किया है.


कांग्रेस विधायकों को आलाकमान का नोटिस


सचिन पायलट मंगलवार दोपहर दिल्ली पहुंचे. एयरपोर्ट पर उन्होंने मीडिया से कोई बातचीत नहीं की. दिल्ली लौटे कांग्रेस पर्यवेक्षक अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपनी लिखित रिपोर्ट मंगलवार शाम सोनिया गांधी को सौंपी थी. इसमें रविवार को हुई अनुशासनहीनता के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौर के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई है. कांग्रेस आलाकमान ने तीनों विधायकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.


नोटिस पर राजस्थान सरकार में मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि 2020 में मानेसर जाने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होनी चाहिए थी. विधायक सोनिया गांधी के फैसले को मानने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि हम अपने ही लोगों से लड़ना नहीं चाहते. अगर धारीवाल जैसे वरिष्ठ नेता ने मुद्दे उठाए हैं तो पार्टी को उन पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष पद पर अशोक गहलोत के नामांकन का फैसला सोनिया गांधी पर है.


कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव कब है


इस बीच केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने कहा है कि अब तक अध्यक्ष पद के लिए दो लोगों ने पर्चे लिए हैं. इसमें तिरुवनंतपुरम के सांसद शशि थरूर और पार्टी कोषाध्यक्ष पवन बंसल का नाम शामिल है. बंसल ने दो पर्चे लिए हैं. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अबतक पर्चा नहीं लिया है. हालांकि चर्चा इस बात की है कि गहलोत आज अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं. वहीं कुछ लोग उन्हें अध्यक्ष पद की रेस से बाहर बता रहे हैं.अशोक गहलोत ने मंगलवार को अपने कुछ करीबी विधायकों और मंत्रियों से मुलाकात की. इसमें उन्होंने कहा कि उनकी किसी पद को लेकर कोई महत्वाकांक्षा नहीं है. उन्होंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी इस बारे में अगस्त में अवगत करा दिया था. अशोक गहलोत आज दिल्ली आ सकते हैं. कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव 17 अक्तूबर को होगा. इसका परिणाम 19 अक्तूबर को घोषित किया जाएगा.


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