Rajasthan Politics: बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़ (Rajendra Rathore) सोमवार को जन आक्रोश रैली (Jan Akrosh Rally) में शामिल होने के लिए राजस्थान के भरतपुर पहुंचे और मुख्यमंत्री (Ashok Gehlot) के लगातार दो बार भरतपुर दौरे को लेकर कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने खोए हुए जनाधार को ढूंढने का प्रयास कर रही है. भरतपुर में मुख्यमंत्री का यह बयान कि 'मैं, देते-देते नहीं थकूंगा, विधायक मांगते मांगते थक जाएंगे.' अगर वह यह कहते कि विधायक और प्रत्याशी रहे लोग भ्रष्टाचार करते-करते नहीं थकेंगे, तो मैं यह मानता. राजस्थान सरकार की एक भी योजना धरातल पर नहीं है.
कन्हैयालाल की हत्या में बताया विदेशी हाथ
उदयपुर में हुए कन्हैयालाल हत्याकांड में विदेशी हाथ होने पर बयान देते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि आज पीएफआई और सिमी जैसे संगठन पैर पसार चुके हैं. हमारा गुप्तचर विभाग पूर्ण रूप से विफल साबित हुआ. पूरे देश में पहली रैली पीएफआई ने कोटा में की थी, जिसकी अनुमति गृहमत्री के रूप में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दी थी. कन्हैया लाल हत्याकांड के तार विदेश में बैठे आतंकवादी संगठनों से जुड़े हुए हैं यह सबसे बड़ा दुर्भाग्य है.
कानून व्यवस्था पर क्या कहा?
प्रदेश की कानून व्यवस्था पर राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था कैसी है यह सुप्रीम कोर्ट के आदेश से बने नेशनल क्राइम ब्यूरो रिकॉर्ड में दर्ज आंकड़े बता रहे हैं. किस प्रकार से प्रदेश महिला दुष्कर्म के मामलों में लगातार 3 साल साल से पहले नंबर पर बना हुआ है. दलित अत्याचार के मामले में प्रदेश दूसरे नंबर पर है और साइबर क्राइम में भी राजस्थान का पहला स्थान है. इतना ही नहीं, बच्चों की तस्करी में राजस्थान का पहला नंबर है.
वहीं, राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि जिस प्रदेश में बहन-बेटियों की बिक्री स्टांप पर शुरू हो जाए और फिर वहां के गृहमंत्री के रूप में मुख्यमंत्री यह बयान देते हैं कि जनता है, यह सब जानती है.
'रीट पेपर लीक से आरपीएससी पेपर लीक तक पहुंचा मामला'
राजेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस सरकार की योजनाएं विज्ञापन में अच्छी लगती हैं. 'राइट टू हेल्थ' बिल कांग्रेस सरकार ने विधानसभा में वापस क्यों लिया? राजीव गांधी स्टडी सर्किल की सरपरस्ती से रीट पेपर लीक से शुरू हुआ मामला आज सेकंड ग्रेड टीचर भर्ती परीक्षा लीक मामले तक पहुंच गया है. यह सभी बातें आगामी समय में सरकार को सबक सिखाएंगे.
बीजेपी नेता ने कहा कि सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है और सरकार चुनावी वर्ष में प्रवेश कर चुकी है. पूर्वी राजस्थान ने कांग्रेस की सरकार को लाने में अपनी अहम भूमिका निभाई और जिस पूर्वी राजस्थान के विधायक हाथी पर सवार होकर हाथ के शिकार हो गए, लेकिन इस बार वही पूर्वी राजस्थान बीजेपी को प्रचंड बहुमत देगा और इस कांग्रेस सरकार का अंत यहीं पूर्वी राजस्थान से होगा.
यह भी पढ़ें: Rajasthan Congress: कैसे जुड़ेंगे 'हाथ से हाथ', जब कई जिलों की कार्यकारिणी है भंग? कांग्रेस की यात्रा पर उठ रहे सवाल