Raid On Gehlot's Supporters: राजस्थान सरकार के वित्तीय सलाहकार अरविन्द मायाराम पर सीबीआई ने भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर दिल्ली जयपुर आवास पर छापेमारी की है. उनके खिलाफ वित्त सचिव रहते करेंसी नोटों के सुरक्षा धागे की आपूर्ति में 'घपले' का केस दर्ज किया है. अशोक गहलोत के खास लोगों पर सेंट्रल एजेंसियों के छापेमारी यह कोई नई बात नहीं है. इसके पहले कई लोगों पर ईडी और सीबीआई ने अपनी कार्रवाई की है. राजीव अरोड़ा, धर्मेद्र राठौड़, देवाराम सैनी, कृष्णा पूनिया और प्रताप सिंह खाचरियावास से पूछताछ, नोटिस और छापेमारी की कर चुकी है. जानिए छापेमारी की पूरी कहानी.
मायाराम पर छापेमारी की 'माया'
पिछले दिनों अशोक गहलोत ने खुलकर केंद्र सरकार के वित्तीय प्रबंधन पर जमकर हमला बोला. अब एक बहुत पुराने मामले में गहलोत सरकार के वित्तीय सलाहकार पर ही सीबीआई ने छापेमारी कर दी है. इसके पीछे कई तर्क है. लेकिन जो सूत्र बता रहा है वो ये कि विधान सभा में अशोक गहलोत बजट पेश करने जा रहे हैं. इस बार बजट से ही गहलोत सरकार अपने वापसी की पटकथा लिखने की तैयारी में है. ऐसे में अब वित्तीय सलाहकार पर छापेमारी कई संकेत दे रही रही है. इसके पीछे कई कहानी बताई जा रही है लेकिन सब कुछ चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है.
जब सरकार में तनाव बढ़ा तब हुई थी कार्रवाई
अशोक गहलोत सरकार पर जब वर्ष 2020 में संकट आया तो उस दौरान भी सेन्ट्रल एजेंसी सीबीआई ने गहलोत के खास लोगों पर छापेमारी की थी. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी 7 करोड़ के फर्टिलाइजर स्कैम मामले में अशोक गहलोत के बड़े भाई अग्रसेन गहलोत के घर छापेमारी की थी. उस दौरान फॉर्म हाउस पर भी छापा डाला था. इस बात को लेकर खूब राजनीति हुई थी. कोरोना काल में ईडी की टीम पीपीई किट पहनकर पहुंची थी. इसके पहले करीब 9 से 10 दिन में कांग्रेस नेता राजीव अरोड़ा, धर्मेद्र राठौड़ के ठिकानों पर बड़ी छापेमारी हुई थी. सीबीआई ने कांग्रेस विधायक कृष्णा पुनिया, मुख्यमंत्री के ओएसडी देवाराम सैनी को भी पूछताछ के लिए बुलाया था. कृष्णा पूनियां से बड़ी पूछताछ हुई थी. ओएसडी देवाराम सैनी से जब पूछताछ हुई थी तो मामला खूब तूल पकड़ा था.
प्रताप को भी लिया था घेरे में
प्रताप सिंह खाचरियावास खुलकर बोलने वाले नेता है. प्रताप सिंह, उनके भाई और पिता को जमीन खरीद के मामले में ईडी ने नोटिस दिया था. जानकारी के मुताबिक पीएसीएल कंपनी के एजेंट के रूप में प्रताप सिंह खाचरियावास के परिवार की कंपनी बॉर्डर पर जमीनों की खरीद-फरोख्त का काम करती थी. इसी मामले में पैसे के लेन-देन में ईडी का नोटिस दिया गया था. इस दौरान प्रताप सिंह खाचरियावास ने खुलकर सरकार की कार्रवाई की विरोध किया है.
इन मुद्दों पर सीबीआई जाँच की मांग
वहीं भाजपा लगातार कई अन्य मामलों में सीबीआई जाँच की मांग कर रही है. भाजपा विधायक संदीप शर्मा ने पेपर लीक मामले में सीबीआई जाँच की मांग की है. नकल मामले को लेकर भाजपा लगातार सीबीआई जाँच की मांग पर अड़ी हुई है. इतना ही नहीं भाजपा ने भरतपुर में अवैध खनन में राज्य सरकार के मंत्रियों और अधिकारियों की संलिप्तता का आरोप लगाया और सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी. इन मुद्दों पर किसी भी समय छापेमारी की बात बताई जा रही है.
छापेमारी को लेकर भाजपा-कांग्रेस में छिड़ी बहस
भारतीय जनता पार्टी राजस्थान के मुख्य प्रवक्ता राम लाल शर्मा का कहना है कि ये छापेमारी और पूछताछ जांच का हिस्सा है. इसमें कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए. एजेंसी अपना काम कर रही है. उसपर आरोप लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है. वहीं कांग्रेस प्रवक्ता आरसी चौधरी का कहना है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का असर है कि भाजपा की केंद्र की सरकार घबरा गई है और छापेमारी करवा रही है. इससे कुछ होने वाला नहीं है.