Rajasthan Government News: 3 महीने पहले राजस्थान की राजनीति में उठापटक हुई थी. उस समय राजस्थान कांग्रेस के लगभग 90 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी (CP Joshi) को अपना इस्तीफा सौंपा था. इस विधायकों में अधिकतर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के करीबी हैं. अब तीन महीने बाद ये सभी विधायक अपने पत्र वापस लेने के लिए तैयार हैं.
हालांकि इसे लेकर पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है. द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक विधायकों को अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए कहा गया. पार्टी के एक नेता ने कहा कि विधायक व्यक्तिगत रूप से अध्यक्ष के पास जाएंगे और एक पत्र सौंपेगे, जिसमें कहा गया है कि वे अपना इस्तीफा वापस ले रहे हैं.
90 विधायकों ने सीएलपी बैठक छोड़ी थी
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की तलाश में राजस्थान में पार्टी की अंदरूनी कलह खुलकर सामने आई थी. प्रदेश कांग्रेस के विधायकों ने अशोक गहलोत की जगह मुख्यमंत्री के रूप में सचिन पायलट की जगह लेने की संभावना के खिलाफ इस्तीफा दे दिया था. लगभग 90 विधायकों ने कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक छोड़ दी थी और विधानसभा अध्यक्ष जोशी को अपना इस्तीफा सौंप दिया था. उस समय सीएम गहलोत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की दौड़ में थे.
23 जनवरी को बजट सत्र की घोषणा
यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि राज्य में 23 जनवरी को बजट सत्र की घोषणा होगी. इसके आलावा राज्य के नए कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा जयपुर में पार्टी के नेताओं के साथ चर्चा करेंगे. बता दें कि लंबित इस्तीफे को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट के द्वारा अध्यक्ष जोशी को नोटिस भी आ चुका है, इस वजह से भी विधायक इस्तीफा वापस लेने की बात कर रहे. बीते बुधवार को रंधावा ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट से मुलाकात की थी. इसके अलावा उन्होंने बीते शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात की थी.
नए कांग्रेस प्रभारी ने क्या कहा?
पार्टी के नेताओं ने सुखजिंदर सिंह रंधावा के सामने गहलोत और पायलट के बीच गुटबाजी का मुद्दा उठाया था. प्रदेश कांग्रेस में खींचतान पर रंधावा ने पत्रकारों से बातचीत की. उन्होंने कहा कि मैं किसी फाइव स्टार होटल में नहीं, लोगों के बीच बैठा हूं, हम सभी समस्याओं को खत्म करेंगे. उन्होंने कहा कि अभी उनकी प्राथमिकता संगठन की स्थापना और पार्टी के ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर की इकाइयों में नियुक्तियों को पूरा करना है. अगले विधानसभा में टिकट बंटवारे को लेकर उन्होंने कहा कि टिकट वितरण सर्वेक्षण के बाद तय किए जाएंगे.