Rajasthan Politics: राहुल गांधी के गले मिलाने के बाद भी नहीं मिले दिल? भरतपुर में गहलोत और पायलट ने नहीं साझा किया मंच
Bharatpur: भरतपुर में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम में सचिन पायलट और सीएम अशोक गहलोत ने एक साथ मंच साझा नहीं किया. कार्यक्रम में गहलोत के जाने के बाद पायलट पहुंचे.
Rajasthan News: राजस्थान के भरतपुर (Bharatpur) जिले में आज पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह (Chaudhary Charan Singh) के जन्मदिन के अवसर पर किसान सभा का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) सहित कई नेता पहुंचे, लेकिन कार्यक्रम की खास बात यह थी कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मंच से चले जाने के बाद सचिन पायलट (Sachin Pilot) मंच पर पहुंचे. वहीं इस पूरे कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट का आमना सामना नहीं हो पाया. वहीं कार्यक्रम के बाद से लोगों में यही चर्चा रही कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान राहुल गांधी का बयान भी सामने आया. इसमें सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने आपसी मतभेद भूलकर आलाकमान के कहने पर हाथ मिला लिए. इन दोनों नेताओं के हाथ तो मिल गए है, लेकिन दिल अभी भी नहीं मिले हैं. दोनों के बीच की दूरी कम होने का नाम नहीं ले रही है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि इससे पहले जब मैं मुख्यमंत्री बना था तब चंबल का पानी भरतपुर के लिए आया था. अभी भी कुछ गांव में पानी लाना बाकी है, इस बार जल जीवन मिशन से पानी लोगों तक पहुंचेगा. भरतपुर संभागीय मुख्यालय है इसका मतलब हम सब समझते हैं. इसके लिए जब भी हमारी कलम चली तो प्रयास किया गया कि यहां पानी हो, बिजली की बात हो, शिक्षा की बात हो, स्वास्थ्य सेवाओं की बात हो. इसके अलावा सरकार की सोच आपके सामने है. कोरोना में सरकार ने कोई कमी नहीं रखी, देश दुनिया में राजस्थान का नाम हुआ.
भरतपुर के लोगों को मिले रोजगार- सीएम
किस तरह से हम लोगों ने कोरोना का मुकाबला किया, लोगों की जान बचाई, फ्री इलाज किया. मैंने कहा था कोई भूखा नहीं सोयेगा. सतपाल मलिक ने गवर्नर होते हुए भी केंद्र सरकार की खिंचाई करने में कोई कमी नहीं रखी ऐसा बहुत कम होता है. इन्होंने हमेशा किसानों की बात की, अभी कई नेता आएंगे जयंत चौधरी आएंगे और भी नेता आएंगे आपको सभी को सुनना है. राजस्थान तेज गति से विकास कर रहा है, हम नौकरी देने में कमी नहीं कर रहे हैं. हमारी सरकार एक लाख 35 हजार नौकरी दे चुकी है, हम चाहेंगे कि भरतपुर में भी मेला लगे और युवाओं को रोजगार मिले. वहीं इस कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, मंत्री विश्वेंद्र सिंह, मंत्री सुभाष गर्ग, मंत्री भजन लाल जाटव, पूर्व राज्यपाल सतपाल मलिक, आरएलडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी भी मौजूद रहे.
2024 में एकजुट होने का समय आ गया- पायलट
सचिन पायलट ने भी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि चौधरी चरण सिंह ने अपने जीवन काल में ऐसे वर्ग के लिए संघर्ष किया, जो वर्ग आज भी वंचित है जिस वर्ग को सभी की सहायता की जरूरत है. किसान वर्ग जो जमीन में मेहनत कर अनाज पैदा करता है उसकी सहायता सहयोग करने के लिए सभी को सामने आना होगा. यह बात कल भी सच थी आज भी सच है और आगे भी सच होगी, जो लोग मंच पर बैठे उन्हें जनता के लिए जो जनता का पेट पालते हैं उनके लिए खड़े होने का समय आ गया. जयंत चौधरी और मैं संसद में साथ रहे. केंद्र सरकार ने तीन कानून लागू किये थे हजारों लाखों किसानों ने दिल्ली की घेराबंदी की, जयंत ने पूरे पश्चिम उत्तर प्रदेश में इस मुहिम में साथ दिया.
अंत में केंद्र सरकार को सिर झुका कर माफी मांग कर तीन काले कानून वापस लेने पड़े. सचिन पायलट ने कहा की समय आ गया है केंद्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ एकजुट होने की ऐसी सरकार को विदाई दिलाने की जिसने रेलवे को बेच दिया, एयरपोर्ट बेच दिए, युवा परेशान है इसका जबाब 2024 में एकजुट होकर मुकाबला करने का समय आ गया है.