Rajasthan News: राजस्थान में पंचायती राज कर्मचारी संघ ने सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आज जोधपुर से 'जागो जननायक यात्रा' की शुरुआत हुई. जागो जननायक यात्रा का मकसद संविदाकर्मियों की समस्या पर सीएम अशोक गहलोत का ध्यान आकर्षित करना है. सीएम अशोक गहलोत ने दीपावली से पहले राजस्थान कांट्रेक्चुअल हायरिंग टू सिविल पोस्ट रूल के तहत 1 लाख 10 हजार से ज्यादा संविदाकर्मियों को परमानेंट करने का तोहफा दिया था. शर्त में 5 साल तक सेवा के बाद स्क्रीनिंग कर नियमित पद पर संविदाकर्मियों को परमानेंट किया जाना था. पंचायती राज कर्मचारी संघ ने फैसले का विरोध करते हुए नियमों में संशोधन की मांग की थी और चेतावनी दी थी कि मांग नहीं माने जाने पर सरकार का विरोध सड़कों पर उतरकर किया जाएगा.
सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरा पंचायती राज कर्मचारी संघ
संघ के महामंत्री शंभू सिंह मेड़तिया ने बताया कि संविदा कर्मियों को परमानेंट करने के जारी आदेश से बहुत खुशी हुई. लेकिन नियम सामने आने पर पता चला कि कर्मचारियों के साथ हुआ है. राज्य सरकार के आदेश में संविदा कर्मियों को परमानेंट करने का जिक्र है लेकिन परमानेंट नियुक्ति के दिन से संविदा कर्मचारियों का पहला दिन माना जाएगा. इस कारण संविदाकर्मियों को 9-18- 27 का लाभ नहीं मिल पायेगा.
संविदाकर्मियों को परमानेंट करने के आदेश में संशोधन की मांग
उन्होंने कहा कि आज से नियुक्ति होने पर कर्मचारी का पिछला कार्यकाल जीरो माना जाएगा और संविदा कर्मचारियों को बहुत बड़ा नुकसान होगा. ज्यादातर संविदाकर्मी कई वर्षों से काम कर रहे हैं और पूरी सेवा दे रहे हैं. कई सविंदाकर्मियों की सेवा में कम समय बचा है. पंचायती राज कर्मचारी संघ ने संविदाकर्मियों परमानेंट करने के आदेश में संशोधन, शिक्षकों के तबादले और गंभीर बीमारियों से ग्रसित कर्मचारियों के जल्द ट्रांसफर की मांग की है. परमानेंट करने पर संविदा कर्मियों को 9-18-27 का लाभ मिल पाएगा. संघ ने चेतावनी दी है कि मांग माने जाने तक आंदोलन जारी रहेगा.