Bharat Jodo Yatra: राजस्थान में इस बार का दिसंबर महीना 'सियासी गर्माहट' की आंच से गर्म रहने वाला है. जहां एक तरफ 4 दिसंबर से राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) होगी, वहीं 1 दिसंबर से बीजेपी के जन आक्रोश रथ (Jan Akrosh Rath) मैदान में होंगे. अब चर्चा है कि जनता किसके साथ ज्यादा दिखेगी? भारत जोड़ो यात्रा को राजस्थान में ज्यादा सफल बनाने के लिए सरकार जी-जान से जुटी है. वहीं, दूसरी ओर जन आक्रोश रथ रैली को मजबूत बनाने के लिए जेपी नड्डा भी 1 दिसंबर को जयपुर आ रहे हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने बताया कि कहीं कोई टकराहट नहीं है. दोनों दल जनता के बीच में जा रहे हैं, ये तो जनता तय करेगी. उन्होंने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा का मार्ग स्पष्ट है. वहीं, बीजेपी भी अपनी रथ यात्रा को लेकर उत्साहित है.


'दोनों यात्राओं के रूट में कोई टकराव नहीं'
कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रवक्ता सुरेश चौधरी ने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा का रूट मैप बेहतर है. संगठन पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने बताया कि उनते साथ बड़ी संख्या में लोग जुड़ेंगे. पार्टी की तैयारी भी पूरी है. वहीं, बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा से जब यह पूछा गया कि जन आक्रोश रथ यात्रा और भारत जोड़ो यात्रा के रूट के बीच कहीं कोई टकराहट तो नहीं आएगी? इसपर उनका कहना है कि ऐसी कोई बात नहीं है. हमारे कार्यकर्ता इसके लिए मेहनत कर रहे हैं. जो उन लोगों ने रूट मैप बताया है, उसी पर जन आक्रोश रथ दौड़ेंगे. सबकुछ पहले से तय है.


यातायात व्यवस्था चुनौतीपूर्ण
जन आक्रोश रथ और भारत जोड़ो यात्रा को लेकर दोनों दलों में तैयारी तेज है. वहीं, प्रदेश के प्रशासन को भी पसीने बहाने पड़ रहे हैं. भारत जोड़ो यात्रा 4 दिसंबर को मध्य प्रदेश से झालावाड़ जिले में प्रवेश करेगी. 7 दिसंबर को कोटा सिटी के बाद कोटा-झालावाड़ नेशनल हाइवे 52 से होकर जाएगी. इसलिए प्रशासन ने नेशनल हाइवे पर डायवर्ट की योजना बनाई है. जिस दिन यात्रा झालावाड़ में 4 दिसंबर को आएगी, उसी दिन कोटा से झालावाड़ यह सड़क मार्ग बंद रहेगा. 8 दिसंबर को यात्रा हाइवे से निकल जाएगी. उसके बाद रूट को फिर से खोला जाएगा और अब जन आक्रोश रथ भी दौड़ेंगे. इसलिए प्रशासन यातायात को चुनौतीपूर्ण मान रहा है.


20 दिन रथ रैली और 17 दिन भारत जोड़ो यात्रा
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा प्रदेश में करीब 17 दिन तक रहेगी. यात्रा में कोटा, जयपुर ग्रामीण, सीकर, अजमेर, दौसा, अलवर जैसी छह लोकसभा सीटें जुड़ी हुई है. 19 विधानसभा सीटें हैं. हाड़ौती के अलावा दूदू, अजमेर, चौमूं, सीकर, जमवारामगढ़ दौसा, बस्सी दौसा, बानसूर जयपुर ग्रामीण में हैं. संभाग के हिसाब से कोटा जयपुर अलवर, सीकर, झुंझुनूं, दौसा जिलों की 30 विधानसभा कवर हो जाएगी. वहीं, बीजेपी की जन आक्रोश रथ रैली भी पूरे प्रदेश में लगभग 20 दिनों तक चलेगी. सभी 200 विधान सभा सीटों पर जाकर वहां रथ दौड़ाने का लक्ष्य है.


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