Rajasthan Election 2023: राजस्थान में बाजरे को लेकर एक बार फिर से राजनीति गरमा गई है. सोमवार को उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने सदन में कहा कि अशोक गहलोत सरकार ने किसानों ने साथ धोखा किया है. बाजरे की फसल पर किसानों को नुकसान हुआ है. जब उनकी फसल खरीदनी थी, तो राज्य सरकार ने मना कर दिया. राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सरकार ने शपथ पूर्ण बात कही थी कि बाजरा हम नहीं खरीद पाएंगे. उन्होंने कहा साल 2022 में बाजरे की एमएसपी थी 2250 रुपये प्रति क्विंटल, लेकिन उसकी खरीद नहीं हुई. 


हरियाणा में बाजरा 2350 रुपये में बेचा, लेकिन यहां का किसान मजबूर होकर 1650 रुपये में बाजरे को बेच रहा है. इस तरीके से यहां के किसानों को 6 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है. यहां की सरकार ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया.


बजट में 1600 करोड़ रुपये के घपले का आरोप
राजेंद्र राठौड़ ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार किसानों को बिजली देने की बात कर रही है, लेकिन क्या यह सम्भव है? क्योंकि तार में तो बिजली आती ही नहीं. राजेंद्र राठौड़ का आरोप है कि सरकार झूठे वादे कर रही है. इससे किसानों को कोई फायदा नहीं होगा. उनका आरोप है कि सरकार ने बजट में 1600 करोड़ का घपला किया है.


पीएम मोदी ने बाजरे को 'श्रीअन्न' नाम दिया
दौसा में पीएम मोदी ने बीते रविवार को कहा था कि उन्हें हमेशा दौसा की मेहमाननवाजी पसंद आती है. उन्होंने दौसा के बाजरे की रोटी की तारीफ की थी. तभी से राजस्थान के बीजेपी नेताओं ने इसे मुद्दा बना लिया है. रविवार को पीएम ने कहा था कि दौसा में होने वाले बाजरे को लोग कम आंकते थे. अब इन मोटे अनाजों को हमारी सरकार ने 'श्रीअन्न' का नाम दिया है. यह नाम पूरी दुनिया में बाजरे और राजस्थान को सम्मान दिलाएगा.


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