Rajasthan Politics: मंत्री गुढ़ा के बेटे ने वीडियो बनाकर गजेंद्र शेखावत पर किया पलटवार, पिता को कहा था 'बिन पैंदे का लोटा'
Rajasthan News: राजस्थान में अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले सरगर्मियां तेज गई हो हैं. नेताओं के बीच सियासी बयानबाजी और पलटवार का दौर जारी है.
Jhunjhunun News: राजस्थान विधानसभा चुनाव में करीब 1 साल का समय बाकी रह गया है. ऐसे में सियासी बयानबाजी के साथ-साथ सियासी पलटवार भी जारी है. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) ने ग्रामीण विकास राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा (Rajendra Singh Gudha) को 'बिन पैंदे का लोटा' बताया था. वहीं इस बयान पर मंत्री गुढ़ा के पलटवार के बाद अब मंत्री गुढ़ा के बेटे शिवम गुढ़ा ने गजेंद्र सिंह शेखावत पर जोरदार हमला बोला है. उदयपुरवाटी से शिवम गुढ़ा ने केंद्रीय मंत्री शेखवात को जवाब देने के लिए 8 मिनट का वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है. उन्होंने अपने अंदाज में गजेंद्र सिंह शेखवात को निशाने पर लेते हुए चेलेंज कर दिया है.
जानिए क्या चेलेंज किया हैं
मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के पुत्र शिवम गुढा वीडियो में बोलते नजर आ रहे हैं, "आप जिस जोधपुर लोकसभा सीट से जीतकर आ रहे हैं, वहां पांच लाख वोट राजपूत समाज के हैं. जिस दिन कोई राजपूत प्रत्याशी आपके सामने लोकसभा चुनाव में खड़ा हो गया तो राजनीति करने वाले लोग आपको ढूंढते रह जाएंगे कि गजेंद्र सिंह भी कोई सांसद हुआ करते थे." वीडियो में आगे कहा, "मैं बता दूं कि 2008 के विधानसभा चुनाव की बात है मेरे पिता के सामने कांग्रेस की टिकट से राजपूत ट्रेन लेट कर दी गई थी. उस समय प्रतिभा पाटिल तीन बार हेलीकॉप्टर से आकर उनका प्रचार करके गईं थी उस चुनाव को भी हमने जीता था."
शिवम गुढा ने कहा, "मैं सुनता हूं आप सीएम की दौड़ में हैं, मेरे पिता तो सीएम की दौड़ में नहीं हैं, आपकी हमारी तो कोई लड़ाई नहीं थी. सीएम बनने के लिए विधानसभा चुनाव लड़ना पड़ता है. आपको खुला निमंत्रण है बाबोसा आप शेखावटी की 21 में से 18 जनरल सीटों में से कहीं से भी चुनाव लड़ कर बताओ मजा तो तब आएगा. उन्होंने चैलेंज किया कि जब आप हमारे सामने चुनाव लड़ो अगर हम हार गए तो सदा के लिए राजनीति छोड़ देंगे."
'हमारे विरोधियों को खुश करने के लिए ऐसा बोले'
शिवम गुढ़ा ने कहा, "2013 में वैभव गहलोत ने उदयपुरवाटी आकर हमारा प्रचार किया था. इसके बावजूद मेरे पिता जोधपुर में 2019 के लोकसभा चुनाव में वैभव का प्रचार करने नहीं गए थे. वो भंवर जितेंद्र सिंह का प्रचार करने गए थे. उन्होंने कहा कि मैंने जब अपने पिता से पूछा आप जोधपुर क्यों नहीं गए."
उनका जवाब था, "भंवर जितेंद्र सिंह अजीज दोस्त हैं इसलिए गया. जोधपुर इसलिए नहीं गया कि गुढ़ा गोड़जी और गुड़ा महरोली एक परिवार है. हम राव शेखा के वंशज से हैं, गजेंद्र सिंह बाबोसा लगते हैं गजेंद्र सिंह की हम इतनी इज्जत करते रहे हैं और यह हमारे विरोधियों को खुश करने के लिए इस तरह के स्टेटमेन्ट देकर कर चले गए."
दूसरे नेताओं का उदाहरण दिया
शिवम गुढ़ा ने कहा, "मेरे पिता को बिन पैंदे का लौटा कह दिया. क्या आप सुमित्रा सिंह को बिन पैंदे का लोटा कह देंगे." गजेंद्र सिंह शेखवात आप उदयपुरवाटी आएं तो हमारे विरोधियों को खुश करने के लिए ऐसा स्टेटमेंट दिया. उन्होंने आगे कहा कि क्या गजेंद्र सिंह शेखवात आप शेखावाटी में पैदा हुए हैं, लेकिन यहां के राजनीतिक का आपको पता नहीं है.
सुमित्रा सिंह कांग्रेस से विधायक रही हैं. हालात बदले तो लोकदल और फिर जनता दल में चली गई. भैरों सिंह शेखावत की सरकार में ऊर्जा मंत्री रही. 2003 में वे बीजेपी से जीतीं और विधानसभा अध्यक्ष बनी. समय फिर यू-टर्न मारता है और वह कांग्रेस में चली जाती हैं. जाने माने किसान नेता शीशरामजी ओला का लोग आज भी उदाहरण देते हैं, उन्हें याद करते हैं. ओला कांग्रेस में कई बार मंत्री रहे. इसके बाद कांग्रेस का दामन छोड़ तिवारी कांग्रेस का दामन थामा. देवगोड़ा की सरकार में मंत्री रहे. निर्दलीय एमपी रहे, फिर कांग्रेस में आगमन हुआ, मनमोहन कैबिनेट में मंत्री भी रहे.
तंज करके दिया राजनीति की सीख
शिवम ने कहा कि गजेंद्र सिंह शेखावत आपके बारे में मैं सर्च कर रहा था. आपका जन्म 1967 में हुआ, आप 55 साल के हैं. आपने जिंदगी के ये 55 साल व्यर्थ गवां दिए. मैं एक 17 साल का लड़का, 12वीं क्लास में पढ़ने वाला आपको यह राजनीतिक ज्ञान दे रहा हूं. आप शेखावाटी के बेटे हैं, आप दो बार के सांसद और केंद्रीय मंत्री को मुझे ज्ञान देना पड़ रहा तो आपकी इतने साल की राजनीति बेकार है.
ऐसे दल-बदल के 20 उदाहरण आपको सीकर के बता सकता हूं. शेखावाटी के तो अनगिनत उदाहरण मिल जाएंगे. शेखावाटी के किसी जननायक ने निर्दलीय लड़ने का या पार्टी बदलने का फैसला किया तो वह वहां की जनता की भलाई और विकास के लिए किया. उन फैसलों का जनता ने भी साथ दिया, उसी का परिणाम है कि आज भी हम उन्हें याद करते हैं.
शिवम गुढ़ा पहले भी रह चुके अपने कारनामो से चर्चा में
राजस्थान सरकार में सैनिक कल्याण मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा के बेटे के बर्थडे पर अश्लील डांस करने का मामला सामने आया था. कार्यक्रम में अलग-अलग डांसर्स बुलाई गईं थी, इनमें विदेशी युवतियां भी मौजूद थीं. कुल 10 युवतियां डांस के लिए बुलाई गईं थी. रात को लड़कियों ने डांस किया था. खास बात ये थी कि इस दौरान मंत्री गुढ़ा भी मंच पर मौजूद थे. मामला झुंझुनूं जिले के उदयपुरवाटी कस्बे में लिबट्री फार्म हाउस का 9 सितंबर का था उसका वीडियो भी सामने आया था.