Rajasthan Politics: राजस्थान में पिछले 25 सालों से एक जैसी राजनीति चल रही थी. इस बार उसमें बदलाव कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने कर दिया है. रोचक बात है कि इस बदलाव में कई बड़े दिग्गज नेताओं का राजनीतिक करियर खुद फंस गया है. वर्ष 2023 के चुनावी परिणाम के बाद से एक ही सवाल बीजेपी और कांग्रेस में चल रहा है कि अब इन दिग्गज नेताओं के राजनीतिक करियर का क्या होगा. क्योंकि, इन नेताओं की उम्र एक जैसी ही है. सभी ने 70 साल पार कर लिए हैं. ये अपनी पार्टी के शीर्ष हुआ करते थे. इसमें सभी कई बार सांसद और विधायक रह लिए हैं. इनकी अपनी क्षेत्र में मजबूत पकड़ है. अशोक गहलोत, वसुंधरा राजे, किरोड़ी लाल मीणा, शांति धारीवाल और ओम माथुर को लेकर राजस्थान की राजनीति में खूब चर्चा है. 


अशोक गहलोत के साथ अब क्या होगा ? 


तीन बार राजस्थान के मुख्यमंत्री रहने वाले अशोक गहलोत को पार्टी क्या जिम्मेदारी देने वाली है. क्या उन्हें लोकसभा का चुनाव लड़ाया जाएगा या उन्हें संगठन में कोई जिम्मेदारी मिलेगी. क्योंकि, उनकी उम्र इस बार 72 साल हो गई है. कांग्रेस ने जिस तरह से 77 साल के कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाया है, उससे यही संकेत मिल रहा है कि राज्य में पार्टी किसी भी 70 साल से अधिक उम्र वाले को कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं देने वाली है. अब सबकी नजरें अशोक गहलोत पर टिकीं हैं.


वसुंधरा राजे को क्या मिलेगी जिम्मेदारी ? 


राजस्थान में बीजेपी की मजबूत चेहरा वसुंधरा राजे को भी मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया है. राजे दो बार मुख्यमंत्री रहीं हैं और प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुकीं हैं. इसके साथ ही राजे ने विधानसभा का चुनाव जीत लिया है, लेकिन आगे की क्या जिम्मेदारी होगी कुछ स्पष्ट नहीं है. इस बात की चर्चा पार्टी में खूब हो रही है. इनकी उम्र 70 पार हो गई है. क्या उन्हें केंद्र में कोई बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी इसपर भी संशय बना हुआ है. लेकिन, अभी सबकी नजरें इनपर टिकीं हुई हैं. 


शांतिधारीवाल पर क्या होगा ? 


कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता और 80 साल की उम्र पार करने वाले शांति धारीवाल के करियर को लेकर चर्चा तेज है. क्या उन्हें पार्टी कोई जिम्मेदारी देगी या विधानसभा में विधायक के रूप में ही छोड़ दिया जाएगा. सरकार में नंबर दो की भूमिका पर रहने वाले शांति धारीवाल अब बेहद चुप हैं. उन्हें न तो पार्टी सदन में कोई बड़ी जिम्मेदारी देने जा रही हैं और न ही पार्टी में कुछ दिख रहा है. सबकी नजरें उनपर टिकीं हुई हैं. 


किरोड़ी लाल मीणा पर नजर टिकीं हैं ? 


राजस्थान की राजनीति में पिछले कई दशकों से चर्चा में रहने वाले किरोड़ी लाल मीणा पर सबकी नजरें टिकीं हुई हैं. इस बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके किरोड़ी लाल को क्या मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी? सवाल यही उठ रहा है कि अब उनके पास क्या विभाग रहेगा? क्योंकि, किरोड़ी लाल मीणा की उम्र 72 साल हो चुकी है. अब उन्हें क्या जिम्मेदारी मिलेगी यह सवाल उनके समर्थकों में खूब चल रहा है. 


ओम माथुर को लेकर चर्चा तेज है ? 


राजस्थान में कई जिम्मेदारी निभा चुके ओम माथुर को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. यहां पर उनके समर्थक उन्हें लेकर कई सवाल कर रहे हैं. 71 साल के ओम माथुर को क्या संगठन में कोई बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी या उन्हें केंद्र की सरकार में कोई रोल मिल सकता है. माथुर के करियर को लेकर पार्टी में भी कई तरह की चर्चाएं हैं. अब मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण के बाद और लोकसभा चुनाव के बाद कोई बड़ा फैसला इनपर हो सकता है.


ये भी पढ़ें


Rajasthan: सत्ता गई सपोर्ट नहीं! कांग्रेस को दान देने वालों में सबसे आगे राजस्थानी, अब तक सबसे ज्यादा डोनर्स राजस्थान से