Baran News: राजस्थान (Rajasthan) के बारां (Baran) जिलें में 1650 से अधिक आंगबाडी केन्द्रों पर बच्चों और गर्भवती महिलाओं को दिया जाना वाला बेकार पोषाहार पर अब आंगबाडी कार्यकर्ताओं के साथ बच्चे और गर्भवती महिलाओं ने भी आपति जताई हैं. दरअसल केलवाडा और कस्बाथाना क्षेत्र में आंगनबाड़ी केंद्रों पर दिए जाने वाले पोषाहार की गुणवत्ता पर कई सवाल उठ रहे है. यहां संवेदक की तरफ से बेकार क्वालिटी का पोषाहार देने का मामला सामने आया है. हालांकि आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यकर्ताओं ने इस पोषाहार सप्लाई को लेकर सम्बंधित अधिकारियों को कई बार शिकायत की. लेकिन पोषाहार गुणवत्ता में अभी तक कोई सुधार नहीं हुआ है. वहीं अब कार्यकर्ताओं के साथ महिलाओं और बच्चों ने इस पोषाहार को लेने से इंकार कर दिया है.
7 महीने बाद मिला खराब क्वालिटी का पोषाहार
दरअसल इन केन्द्रों पर जो नया पोषाहार पैकेट सप्लाई किया जा रहा है वो घटिया किस्म का है. केन्द्र पर गर्भवती महिलाएं और बच्चों के लिए 7 महीने के बाद भेजा गया पोषाहार पूरी तरह घटिया और सड़ा हुआ है. जिसे लेने से सभी लाभार्थी मना कर रहे हैं. एक तरफ जहां पोषाहार के कट्टों में से बदबू आ रही थी. वहीं उन्हें खोलकर देखा तो कट्टे पर सैकड़ों इल्लियों का ढेर लगा था. बदबू इतनी ज्यादा थी कि वहां मौजूद महिला को उल्टी आने लगी.
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पैकिंग के कई महीनों बाद मिल रहा पोषाहार
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि केंद्रों पर जो नया पोषाहार पैकेट सप्लाई किया जा रहा है वो घटिया किस्म का है और पैकिंग तिथि के कई माह बाद केंद्रों पर पहुंचाया जाता हैं. बच्चे भी दलिया नहीं खा रहे हैं.आंगनबाड़ी केंद्रों से जुड़ी गर्भवती, धात्री महिलाओं और बच्चों को फोटीर्फाइड प्रोसेस्ड पूरक पोषाहार दिया जा रहा है.बच्चों को कुपोषण से छुटकारा दिलाने के लिए सरकार ने पोषाहार वितरण में बदलाव कर सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर बालकों, गर्भवती, धात्री महिलाओं और किशोरियों को प्रोसेस्ड पूरक पोषाहार वितरण शुरू किया, लेकिन जमीनी हकीकत पर लाभार्थियों की सेहत पर खरा नहीं उतर रहा है.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि सभी केंद्रों पर घटिया पोषाहर सप्लाई हो रहा है. जिसकी शिकायत विभाग अफसरों को की जाती हैं तो उन्हें खराब पोषाहार वितरण नहीं करने की बात कही जाती हैं. वहीं लाभार्थी पोषाहार लेने में आनाकानी करते है. ऐसे में पोषाहर वितरण की समस्या बनी हुई है