Rajasthan News: राजस्थान में जयपुर (Jaipur) सेंट्रल जेल में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां जेल में बंद एक कैदी ने मोबाइल निगल लिया. मोबाइल निगलने के बाद कैदी की सांसें अटक गईं. जानकारी मिलने के बाद उसे तुरंत एसएमएस अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टरों ने एक्स-रे करवाया तो कैदी के शरीर में गैजेट की मौजूदगी का पता चला, जिसके बाद मोबाइल को एंडोस्कोपिक प्रक्रिया के माध्यम से निकाला गया. अब कैदी की हालत सामान्य बताई जा रही है.
पुलिस के डर से निगला फोन
वहीं मोबाइल निकाले जाने के बाद कैदी को फिर से जेल भेज दिया गया. जेल में उसे अलग बैरक में रखा गया है. कैदी फज्जू जयपुर के घाटगेट इलाके का रहने वाला है. दरअसल जेल में कैदियों के पास मोबाइल होने की घटनाएं आए दिन सामने आती रहती है. लिहाजा जेल प्रशासन की ओर से समय-समय पर औचक निरीक्षण किया जाता है. 5 जनवरी की शाम को जयपुर सेंट्रल जेल में औचक निरीक्षण किया जा रहा था. इसी दौरान कैदी फज्जू ने पकड़े जाने के डर से मोबाइल निगल लिया.
कैदी के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
कैदी ने जल्दबाजी में यह हरकत की तो मोबाइल उसके गले में फंसकर अटक गया. उसके बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी. पता चलने पर जेल प्रहरी उसे अस्पताल लेकर पहुंचे जहां कड़ी मशक्कत के बाद मोबाइल को निकाला जा सका. जयपुर सेंट्रल जेल के प्रहरी सतपाल जाट ने लालकोठी थाने में कैदी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस ने प्रिजनर्स एक्ट की धारा 42 के तहत मुकदमा दर्ज किया है.
वहीं मामले की जांच हेड कांस्टेबल जुगल किशोर कर रहे हैं. कारागार अधिनियम की धारा 42 तहत प्रतिबंधित वस्तु लाना और छुपाना दंडनीय अपराध है. इस एक्ट में छह महीने की सजा के साथ आर्थिक दंड का प्रावधान है. बता दें फज्जू खान को आर्म एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था और 8 अगस्त, 2023 को जेल भेज दिया गया था, तब से वह सलाखों के पीछे है.