Udiapur News: स्वच्छ भारत मिशन के तहत राजस्थान (Rajasthan) के तमाम जिले लगातार कुछ ना कुछ नई पहल कर रहे है, ताकि दूसरे शहरों की तरह उनके शहर भी बिल्कुल स्वच्छ दिखाई दे. ऐसे में इन दिनों साम्प्रदायिक विवाद की वजह से सुर्खियों में छाए हुए भीलवाड़ा जिले में पहली बार एक पहल की है गई है. इसके मुताबिक यहां अब क्यूआर कोड से सफाई मैनजमेंट देखा जाएगा. यहीं नहीं जितने भी टैक्स है उनका भी रिकॉर्ड रखा जाएगा. दावा है कि देश मे इस प्रकार का सिस्टम नागपुर में हैं और अब भीलवाड़ा में किया जा रहा है. 

 

ऑटो टिपर के कचरा नहीं उठाने की शिकायत होगी खत्म

अक्सर लोगों की यह शिकायत होती है कि नगर निगम, पालिका और परिषद से लगे ऑटो टिपर घरों के आस-पास से नहीं गुजरते सिर्फ चौराहों पर खड़े रहते हैं. अब भीलवाड़ा में इस परेशानी से छुटकारा मिल जाएगा क्योंकि हर घर के बाहर एक क्यूआर कोड चस्पा किया जाएगा. इन क्यूआर कोड से मॉनिटरिंग होगी कि टिपर किस घर के सामने से नहीं गुजरा है. 

 

88 हजार मकानों के बाहर लगेंगे क्यूआर कोड

भीलवाड़ा शहर में करीब 88 हजार मकानों के बाहर क्यू आर कोड लगेंगे. बता दें कि ऑटो टिपर में एक स्कैन मशीन लगी हुई होगी जो सड़क पर निकलते समय दोनों ओर मकानों के बाहर लगे क्यूआर कोड को स्कैन करेगी. इसके बाद नगर परिषद के कर्मचारी इस क्यू आर कोड को अपनी अलग मशीन से स्कैन करके यह देख सकेंगे कि इन घरों के बाहर ऑटो टिपर आया या नहीं. स्कैन करने पर टिपर आने का समय भी बताएगा.

 

सभापति राकेश पाठक ने बताया कि शहर में नगर परिषद से क्यूआर कोड स्कैन करने को योजना ला रही है. कुछ ही दिनों में शहर में कचरा उठाने की व्यवस्था निजी कंपनी को दे रहे हैं. इसको लेकर टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है. निजी कंपनी से यह व्यवस्था शुरू करने के बाद क्यूआर कोड लगाने की शुरुआत करेंगे. 

 

उन्होंने आगे बताया कि स्कैन करने पर यूडी टैक्स कितना बकाया है, यूजर चार्ज हैं या नहीं, मकान की लंबाई व चौड़ाई कितनी है. इसकी जानकारी भी नगर परिषद के कर्मचारी घरों के बाहर लगे क्यू आर कोड को स्कैन करके ले सकते है.

 

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