Congress President Election Result: कांग्रेस को आखिरकार अपना नया अध्यक्ष मिल गया. 80 साल के मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) कांग्रेस के नए अध्यक्ष चुने गए. खड़गे ने सीधे मुकाबले में शशि थरूर (Shashi Tharoor) को भारी मतों से हराया. इसको लेकर देशभर से कांग्रेस नेताओं के बयान आने शुरू हो गए हैं.


इस पर राजस्थान के उदयपुर निवासी पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर गिरिजा व्यास ने भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कुर्बानी का जज्बा दिया. अध्यक्ष खड़गे के नेतृत्व में कांग्रेस को आगे ले जाएंगे. कांग्रेस वर्किंग कमेटी सदस्य रघुवीर सिंह मीणा ने कहा कि बीजेपी को तानाशाही छोड़ सीखना चाहिए कि लोकतांत्रिक पार्टी क्या होती है.


शशि थरूर को मिली हार


कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के परिणाम में मल्लिकार्जुन खड़गे को 7897 वोट मिले, जबकि शशि थरूर को महज 1072 वोट मिले. अध्यक्ष के चुनाव में कुल 9497 वोट पड़े थे. इस बार गांधी परिवार की तरफ से कोई भी सदस्य अध्यक्ष पद की रेस में शामिल नहीं था.


ऐसा पिछले 24 साल में पहली बार हुआ है जब गांधी परिवार के बाहर का कोई नेता अध्यक्ष पद तक पहुंचा है. इससे पहले सीताराम केसरी ऐसे अध्यक्ष थे, जो गांधी परिवार से नहीं थे. 


सीनियर नेता को पद मिला, नेतृत्व में आगे बढ़ेंगे


पूर्व केन्द्रीय कैबिनेट शहरी आवास एवं गरीबी उन्मूलन मिनिस्टर गिरिजा व्यास ने कहा कि खड़गे काफी सीनियर नेता हैं. उनसे पार्लियामेंट में कई बार मिलना हुआ. उनका नेतृत्व मिला है जिससे जो भी नीतियां है उनको बखूबी आगे बढ़ाएंगे. खास बात यह है कि कांग्रेस ने कुर्बानी का जज्बा दिखा दिया. सभी ने सोच समझकर वोट किया और एक सीनियर नेता तो अध्यक्ष बनाया. 


कांग्रेस से बीजेपी को सीखना चाहिए- रघुवीर मीणा


कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य और पूर्व उदयपुर सांसद रघुवीर मीणा ने कहा कि सभी तरफ से बधाइयों का दौर चल रहा है क्योंकि तजुर्बेदार नेता अध्यक्ष बने हैं. उनके तजुर्बे और मार्गदर्शन से सीखकर लोकतंत्र को मजबूत करेंगे. बीजेपी को यह सीखना चाहिए कि लोकतांत्रिक पार्टी क्या होती है.


सांसद रघुवीर मीणा ने कहा कि बीजेपी कहती थी कांग्रेस एक परिवार की पार्टी है लेकिन अब मतदान के माध्यम से अध्यक्ष को चुना गया. उन्होंने कहा कि बीजेपी के कब अध्यक्ष बनते हैं, कैसे बनते हैं कुछ पता नहीं चलता. उन्होंने कहा कि बीजेपी पूर्ण तानाशाही है. इससे 2024 में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा.


Rajasthan: गहलोत सरकार की भर्ती की घोषणा के बाद भी बेरोजगार युवाओं में आक्रोश, क्या है वजह?