Rajya Sabha Election 2022: राजस्थान में राज्यसभा चुनाव की वोटिंग के दौरान इंटरनेट को बंद कर दिया गया है. इस मामले को लेकर बीजेपी हमलावर हो गई है. जयपुर की आमेर तहसील में आज दोपहर 12 बजे तक इंटरनेट बंद करने के फैसले पर सियासी विवाद हो गया है. संभागीय आयुक्त ने गुरुवार को नेटबंदी के आदेश जारी किया था. विधानसभा, जामड़ोली स्थित रिसॉर्ट आमेर तहसील में आता है और वहां इंटरनेट काम नहीं कर रहा है.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट करते हुए इंटरनेट बंदी के आदेश को लगाया और उस पर लिखा कि पर्चा लीक होने के डर से इंटरनेट बंदी की जा रही है राजस्थान में इन दिनों कोई भी प्रतियोगी परीक्षा नहीं होने के बावजूद भी बिना किसी कारण के ही इंटरनेट बंद करना राज्य सरकार की मनमर्जी व तानाशाही रवैये को दर्शाता है. प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान भी इंटरनेट बंद करने के बावजूद भी पेपर लीक के मामले नहीं रुके, यह राज्य सरकार की विफलता को दर्शाता है.
राजस्थान हाईकोर्ट में इंटरनेट बंदी को लेकर एक याचिका पर सुनवाई चल रही है. नेटबंदी नहीं करने को लेकर राज्य सरकार ने पूर्व में एक एफिडेविट भी पेश किया था.
शुक्रवार सुबह शुरू हुई वोटिंग
बता दें राजस्थान की 4 राज्यसभा की सीटों के उम्मीदवारों के लिए मतदान आज विधानसभा में वोटिंग सुबह 9 बजे से शुरू हुई जो 4 बजे तक चलेगी. राज्यसभा चुनाव की वोटिंग शुरू होते ही पहला वोट सीएम अशोक गहलोत ने डाला सीएम के बाद बसपा से कांग्रेस में आए विधायक व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने वोट किया. दोनों ही पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं ने विधायकों को एरर फ्री वोटिंग के लिए हिदायतें दी हैं. उधर, बगावत और हॉर्स ट्रेडिंग के डर से पहली बार राज्यसभा चुनाव में नेट बंद कर दिया गया.
सीएम अशोक गहलोत खुद पोलिंग एजेंट बने हैं, इसलिए हर कांग्रेस विधायक वोट देने के बाद सीएम को बैलेट दिखाएंगे. कांग्रेस के 108 विधायक सीएम गहलोत को वोट दिखाएंगे. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सीएम गहलोत के रिलीविंग पोलिंग एजेंट बने हैं, ऐसे में ये दोनों नेता ही वोट देखेंगे विधानसभा में वोटिंग सुबह 9 बजे से शुरू हुई. यह 4 बजे तक चलेगी. राज्यसभा की पूरी वोटिंग और काउंटिंग के दौरान सीएम अशोक गहलोत खुद मौजूद रहेंगे.