Jodhpur News Today: आसाराम अपने गुरुकुल में पढ़ने वाली नाबालिग छात्रा से रेप के मामले में दोषी ठहराये जाने के बाद जोधपुर सेंट्रल जेल में अंतिम सांस तक सजा काट रहा है. बीते दिनों राजस्थान हाईकोर्ट ने आसाराम को महाराष्ट्र के माधवबाग अस्पताल में आयुर्वेदिक ढंग से इलाज के लिए पेरोल दिया था.


आसाराम को हाईकोर्ट से मिली यह पेरोल खत्म हो चुकी है. जिसके बाद आज सोमवार (9 सितंबर) को रेप के दोषी आसाराम को महाराष्ट्र के माधवबाग अस्पताल से पुलिस की कड़ी सुरक्षा में फ्लाइट से जोधपुर लाया गया. जोधपुर एयरपोर्ट से आसाराम को एंबुलेंस के जरिये सेंट्रल जेल ले जाया गया.


इससे पहले आसाराम अपनी बीमारियों का इलाज आयुर्वेदिक पद्धति से करवाने के लिए लगातार कई बार कोर्ट में अपील दायर कर चुका था. हालिया दिनों राजस्थान हाईकोर्ट ने आसाराम के अपील को स्वीकार करते हुए पेरोल दिया. 


11 साल बाद मिली पेरोल
राजस्थान हाईकोर्ट के न्यायाधीश डॉक्टर पीएस भाटी की खंडपीठ ने उसे 7 दिन के उपचार के लिए अंतरिम पेरोल स्वीकार की, इसके बाद आसाराम को पुलिस सुरक्षा में महाराष्ट्र के माधवबाग अस्पताल ले जाया गया. जहां उसका उपचार किया गया, इस दौरान 5 दिन की और अंतिम पैरोल दी गई.


रेप मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद आसाराम 11 साल बाद 12 दिन के लिए जेल से बाहर इलाज करवाने के माधवबाग गया था. फिलहाल पेरोल समाप्त होने के बाद उसे वापस जोधपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया जा चुका है. 


आसाराम 2013 से जोधपुर में है बंद
बता दें, 14 और 15 अगस्त 2013 में आसाराम ने जोधपुर के मणाई स्थित आश्रम में अपने ही गुरुकुल की नाबालिग छात्रा पर भूत प्रेत का साया हटाने के नाम पर अप्राकृतिक संबंध बनाया था. इसके बाद दिल्ली के कमला नगर पुलिस थाने में जीरो नंबर की एफआईआर दर्ज हुई और उस एफआईआर को जोधपुर भेजा गया. 


इस शिकायत के बाद जोधपुर पुलिस ने मौका का मुआयना किया था और फिर 31 अगस्त 2013 की रात आसाराम को छिंदवाड़ा स्थित आश्रम से गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस आसाराम को 1 सितंबर को जोधपुर लेकर पहुंचीं. 


इसके बाद से आसाराम जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद है. आसाराम को कोर्ट ने अंतिम सांस तक कठोर कारावास की सजा सुनाई है और इसकी सजा वह जोधपुर सेंट्रल जेल में ही काट रहा है. 


ये भी पढ़ें: भजनलाल सरकार ने राजस्थान के 7 IAS अधिकारियों को सौंपा अतिरिक्त प्रभार, जानें किसे मिला कौन सा विभाग?