Rajasthan News: राजस्थान सरकार उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश की तर्ज पर घर तक गेहूं पहुंचाने की योजना लॉन्च करने की तैयारी कर रही है. प्रदेश में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत चयनित 8 लाख 60 हजार 382 परिवारों को योजना का लाभ मिलेगा. अभी तक प्रदेश में उचित मूल्य की दुकान पर राशन मिलता था. उपभोक्ताओं को राशन लेने के लिए उचित मूल्य की दुकान पर जाने की जरूरत होती थी.
गेहूं की होम डिलीवरी पर राशन डीलर को प्रति लाभार्थी कमीशन मिलेगा. योजना 33 जिलों में एक साथ संचालित होगी. योजना में सदस्य दिव्यांग, बच्चे, 60 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग, बीमारी से पीड़ित और राशन दुकान पर पहुंच पाने में अक्षम राशन उपभोक्ताओं को शामिल किया जाएगा.
26 हजार राशन डीलर पहुंचाएंगे गेहूं के पैकेट
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग 26 हजार राशन डीलरों के जरिए 5-10 और 20 किलो गेहूं के पैकेट पहुंचाएगा. योजना में 30 दिन का खर्च 2 करोड़ 68 लाख 40 हजार 120 रुपए आएगा और एक साल में 28 करोड़ 77 लाख से ज्यादा खर्च होगा. राजस्थान में सबसे सर्वाधिक लाभार्थी जयपुर में हैं. जयपुर में 64 हजार 413 लाभार्थी हैं. जैसलमेर जिले में सबसे कम 7 हजार 665 लाभार्थी हैं. बता दें कि वर्तमान में चयनित परिवार को प्रति सदस्य 5 किलोग्राम अनाज मिलता है.
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में चयनित लाभार्थी
खाद्य सुरक्षा विभाग की माने तो अजमेर में 37,173, अलवर में 46,261, बांसवाड़ा में 22,441, बारां में 22,390, बाड़मेर में 27,790, भरतपुर में 22,382, भीलवाड़ा में 48,530, बीकानेर में 18,843, बूंदी में18,549, चित्तौड़गढ़ में 32,834, चूरू में 20,588, दौसा में 20,685, धौलपुर में 11,112, डूंगरपुर में 18,597, श्रीगंगानगर में 31,137, हनुमानगढ़ में 22,290, जयपुर में 68,704, जैसलमेर में 7,665, जालोर में 12,943, झालावाड़ में 26,407, झुंझुनूं में 21,441, जोधपुर में 31,765, करौली में 13,552, कोटा में 27,102, नागौर में 45,753, पाली में 24,946, प्रतापगढ़ में 18,969, राजसमंद में 21,507, स.माधोपुर में 18,405, सीकर में 24,240, सिरोही में 8,784, टोंक में 21,312, उदयपुर में 45,255 उपभोक्ता मिलाकर 8,60,382 परिवार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में शामिल है..