Rajasthan Udaipur Ravi Soni World Largest Drawing: उदयपुर (Udaipur) के फैशन डिजाइनर रवि सोनी (Ravi Soni) ने दुनिया की सबसे बड़ी ड्राइंग बनाकर सबको चौंक दिया है. उन्होंने ने ये ड्राइंग शहर के गांधी ग्राउंड स्थित बास्केटबॉल ग्राउंड (Basketball Ground) पर 5 दिनों में 30 घंटे से ज्यादा काम कर बनाई है. रवि सोनी ने इटली के आर्टिस्ट का रिकॉर्ड तोड़ते हुए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness Book of World Record) में अपना नाम दर्ज किया है. रवि ने 26 नवंबर से बास्केटबॉल ग्राउंड में 30 नवंबर 2021 तक काम किया और 6781 वर्ग फीट में ड्राइंग बनाई.
बचपन से था आर्ट का शौक
रवि सोनी ने बताया कि, 'बचपन से आर्ट का शौक था. उन्हें नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन डिजाइनिंग कॉलेज में प्रवेश मिला. जहां से वर्ष 2001 में पढ़ाई पूरी की और इसके बाद मुंबई में रहते हुए फ्यूचर, अरबिन्दो जैसी बड़ी कंपनियों में 18 साल तक काम किया. कोरोना की पहली लहर आई तो जॉब की काफी समस्या आने लगी. वर्क फ्रॉम होम था तो उदयपुर घर चला आया. यहां आया तो चारों तरफ नकारात्मक थी. जॉब में भी काफी परेशानी आ रही थी. माहौल को देखकर काफी तनाव में आ गया तो सोचा कि अब जॉब नहीं होगी, तो छोड़ दी. फिर सोचा कि इसी प्रकार तनाव में रहा तो कुछ नहीं कर पाऊंगा. फिर खुद से लड़ा और सोचा कि ऐसा कुछ करना है जिससे विश्व पटल पर नाम आए.'
खुद को किया तैयार
रवि सोनी ने आगे बताया कि, 'जो बचपन से ड्राइंग की ताकत थी उसी में विश्व रिकॉर्ड बनाने के बारे में सोचा. फिर रिसर्च किया तो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में केटेगरी थी जिसमें सबसे बड़ी ड्राइंग बनाने की ठानी. 11 दिसंबर को अपनी तैयारी के साथ गिनीज रिकॉड को पत्र भेजा. इसकी अनुमति मार्च 2021 की मिली. इसके बाद तीन स्तर पर काम किया जिसमें फिजिकल फिटनेस, मेंटल स्ट्रेंथ और लॉजिस्टिक. वर्ष 2015 में स्लिप डिस्क की समस्या से गुजरा था जिससे लंबी बैठक नहीं हो पाती थी. 6 से 8 माह तक प्रयास करते हुए खुद को फिट किया फिर लॉजिस्टिक की तैयारी की इसके लिए प्रॉपर जगह की जरूर थी तो जिला खेल अधिकारी ने गांधी ग्राउंड स्थित बास्केटबॉल ग्राउंड पर डाइंग बनाने की अनुमति दी. फिर खुद में जुनून लाते हुए मेंटली प्रिपेयर हुआ.'
आया ये विचार
रवि ने आगे बताते हुए कहा कि, 'कोरोना की दूसरी लहर में लोगों को ऑक्सीजन की काफी जरूरत पड़ी जिससे विषय ट्री ऑफ लाइफ का सेलेक्ट किया जो अफ्रीका का एक पेड़ है, जो कम पानी में भी कि चलता रहता है. उसी को ड्राइंग में उतारने के बारे में सोचा. चेन्नई से मार्कर मंगवाए और ग्राउंड पर कैनवास लगया. रोजाना शाम को 4-5 बजे के बीच बनाना शुरू करता तो घंटे तक बनाता. गिनीज के नियम के अनुसार गवाह भी बैठाए और 5 कैमरों में ड्राइंग बनाने के समय को रिकॉर्ड किया. बनने के बाद गिनीज को भेजा तो उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी ड्राइंग माना.'
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