Rajasthan Eligibility Exam For Teacher 2022: राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से आयोजित राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) 2022 के निर्धारित समय में शुल्क जमा कराने के बावजूद चालान जनरेट नहीं हुआ. इस वजह से अभ्यर्थी फार्म नहीं भर पाए और आवेदन से वंचित रह गए. अब अभ्यर्थियों ने विरोध प्रकट करते हुए आवेदन की डेट बढ़ाकर राहत देने की मांग की है.


गलतफहमी का शिकार हुए अभ्यर्थी


देवली की रेखा, टोंक के सत्यनारायण सहित अन्य जगहों से आए अभ्यर्थियों ने बताया रीट का फार्म भरने की आखिरी तारीख 23 मई रखी गई थी लेकिन चालान जमा कराने की दिनांक 19 मई थी. फार्म भरने के बाद चालान जमा कराया जाता है, लेकिन चालान पहले जमा कराने से सैकड़ों अभ्यर्थी गलतफहमी का शिकार हो गए. अब उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.


वहीं दूसरी ओर सर्वर पर लोड होने के कारण शुल्क जमा कराने के बावजूद चालान जनरेट नहीं हुए. ऐसे में अब वे परीक्षा फार्म नहीं भर पा रहे हैं. इससे पिछले कई सालों की मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है.


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इस बार बीएड डिग्रीधारियों ने नहीं भरे आवेदन


राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से 23, 24 जुलाई और अन्य दिनों में आयोजित की जाने वाली रीट 2022 की रीट लेवल वन परीक्षा में गत वर्ष की तुलना में करीब 9 लाख अभ्यर्थी कम बैठ रहे हैं. इसका मुख्य कारण है कि इस बार बीएड डिग्रीधारी अभ्यर्थियों ने प्राइमरी शिक्षक की पात्रता के लिए आयोजित होने वाली लेवल वन परीक्षा में आवेदन नहीं किए हैं. इधर रीट लेवल सेकंड में भी अभ्यर्थियों की संख्या रीट 2021 की तुलना में कम है.


इतनी संख्या भी इसलिए है कि बड़ी संख्या में ऐसे परीक्षार्थी हैं जिनके रीट प्रमाण पत्र की तीन साल की वैधता खत्म हो गई है. अब माना जा रहा है कि बोर्ड की ओर ली जाने वाली आगामी रीट 2023 में अभ्यर्थियों की संख्या और कम रह सकती है. इसका कारण है कि राज्य में भी रीट प्रमाण पत्र की वैधता अब आजीवन हो गई है.


गत वर्ष की तुलना में 9 लाख कम


वर्ष 2021 में ली गई रीट लेवल वन के लिए रिकॉर्ड 12 लाख 67 हजार 983 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे. इनमें बड़ी संख्या ऐसे अभ्यर्थियों की थी जो बीएड डिग्रीधारी थे. डिग्री को लेकर मामला कोर्ट तक पहुंच गया था. बाद में तय हुआ कि लेवल वन में एसटीसी डिग्रीधारक ही शामिल होंगे. इसे देखते हुए रीट लेवल वन में इस बार बीएड डिग्रीधारी अभ्यर्थियों ने आवेदन नहीं किए हैं. ऐसे में अभ्यर्थियों का ग्राफ गिरकर 3 लाख 86 हजार 508 पर आ गया है. यह पिछली रीट की तुलना में करीब 9 लाख कम है.


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