(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Rajasthan: पूरे प्रदेश में जारी है REET काउंसलिंग, उदयपुर में इंतजार, दोहरी डिग्री में उलझा विभाग
Udaipur News: शिक्षा विभाग (Education Department) ने बताया कि पिछले 2 महीनों से जारी REET Level 1 काउंसलिंग की प्रक्रिया में विवाद है, जिसके बाद काउंसलिंग स्थगित कर दी गई है.
Rajasthan REET Level 1 Counselling: राजस्थान (Rajasthan) में रीट लेवल 2 भर्ती परीक्षा रद्द होने के बाद अब लेवल 1 की काउंसलिंग जारी है. लेकिन, उदयपुर (Udaipur) के 1484 अभ्यर्थियों की काउंसलिंग (Counselling) स्थगित कर दी गई है. विभाग ने इनमें से केवल 1408 अभ्यर्थियों को योग्य माना है और 2388 अभ्यर्थियों को जिला आवंटित हुआ है. 1484 की फाइनल लिस्ट होने के बावजूद 76 अभ्यर्थियों के दोहरी डिग्री मामले में विभाग ने कदम रोक दिए हैं. इन सब विवाद के चलते न सिर्फ 1400 से ज्यादा विद्यार्थियों की नियुक्ति रुकी हुई है जबकि जिले के इतने ही सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को शिक्षक (Teacher) देरी से मिलेंगे. शिक्षा विभाग (Education Department) ने बताया कि पिछले 2 महीनों से जारी काउंसलिंग की प्रक्रिया में विवाद है, जिसके बाद प्रस्तावित काउंसलिंग स्थगित कर दी गई है. हालांकि, इसके पीछे प्रशासनिक वजह बताई गई है लेकिन दोहरी डिग्री का मामला सुलझने में विभाग के सामने नई परेशानी खड़ी हो गई है.
हो रहा है ये विवाद
उदयपुर में हुई रीट काउंसलिंग में 5 दिव्यांगों की रिपोर्ट को गलत करार कर दिया गया. यानी दिव्यांग कोटे से चयनित अभ्यर्थियों को मेडिकल जांच के बाद विभाग ने दिव्यांग मानते हुए इनकार कर दिया जबकि अन्य 5 लोगों की रिपोर्ट का इंतजार है. बता दें कि काउंसलिंग प्रक्रिया के तहत कुल 40 दिव्यांग अभ्यर्थियों का मेडिकल टेस्ट करवाया गया था जिनमें से 30 की रिपोर्ट सही पाई गई थी जबकि 5 की रिपोर्ट में नियम अनुसार 40 प्रतिशत अक्षम माना गया है, अन्य 5 का टेस्ट हो चुका है इनकी रिपोर्ट का इंतजार है. उधर लेवल 1 में प्रोविजनल चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति के संबंध में 24 व 26 मई को होने वाली काउंसलिंग प्रशासनिक कारणों की चलते स्थगित कर दी गई. जबकि, विभाग का कहना है कि कुछ दिव्यांग अभ्यार्थी की मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार है इसके बाद काउंसलिंग प्रक्रिया की जाएगी.
बांसवाड़ा में सामने आया था दोहरी डिग्री का मामला
जानकारी के अनुसार 1 अप्रैल को बांसवाड़ा की जीजीटीयू यूनिवर्सिटी में दोहरी डिग्री का मामला सामने आया था जिसके बाद उदयपुर में विद्यार्थियों ने फिर से वेरिफिकेशन की मांग उठाई और स्थाई सूची में 2388 कैंडिडेट को काउंसलिंग के लिए उदयपुर जिला अलॉट हुआ, इनमें से फाइनल लिस्ट में 1484 ही योग्य माने गए. जबकि, 12 अप्रैल को उदयपुर संभागीय आयुक्त ने यूनिवर्सिटी रजिट्रार को शिक्षा विभाग के चयनित अभ्यर्थियों की डिग्री के सत्यापन करने के निर्देश दिए हैं. वहीं, 21 अप्रैल को लेवल 1 की कटऑफ लिस्ट जारी होने के 3 दिन बाद विभाग दस्तावेज खंगाले में जुटा रहा. 303 अभ्यर्थियों की डिग्री के लिए यूनिवर्सिटी से जानकारी मांगी गई. 25 अप्रैल को दोहरी डिग्री मामले में 303 अभ्यार्थियों का फिर से वेरिफिकेशन हुआ. जिसमें 90 से अधिक नियमित तौर पर अभ्यर्थियों में से एक साथ 2 डिग्री निकली जिसे विभाग ने संदिग्ध माना. 23 मई को टीएसपी क्षेत्र के 76 अभ्यर्थियों को काउंसलिंग से रोका गया, इनमें 57 ने प्रदर्शन किया.
राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका दायर
उधर, डूंगरपुर जिले से राजस्थान हाईकोर्ट में एक याचिका दायर हुई है जिसमें चयनित 9 अभ्यर्थियों की दोहरी डिग्री को लेकर प्रतिवादी बनाया गया है. इसको लेकर बुधवार को जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक राजेश कटारा ने इन 9 अभ्यर्थियों को अपने मूल दस्तावेज, स्व प्रमाणित प्रतिलिपि के साथ उपस्थित होने के लिए कहा है. उपस्थित नहीं होने की स्थिति में विपरीत परिस्थितियों की जिम्मेदारी अभ्यर्थी की रहेगी. संभावना जताई जा रही है कि शुक्रवार या आगामी सप्ताह में नियुक्ति आदेश जारी कर दिए जाएंगे. हालांकि, इसमें बाहरी राज्यों के डिग्री प्राप्त अभ्यर्थियों के दस्तावेजों के सत्यापन के बाद ही नियुक्ति के आदेश दिए जाएंगे. राज्य के ही कॉलेजों एवं विश्वविद्यालय से डिग्री हासिल करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 599 है.
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