Rajasthan Politics: राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच जारी सियासी कलह किसी से छुपी नहीं है. पायलट ने हाल ही में अपनी सरकार द्वारा पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के खिलाफ कार्रवाई न होने को लेकर धरना दिया. वहीं पायलट के इस विरोध के बीच प्रदेश की सियासी गलियों में ये भी कयास लगाए गए कि क्या पायलट कांग्रेस छोड़कर अपनी पार्टी बनाएंगे? और पार्टी बनाकर क्या आरएलपी समेत दूसरे दलों के साथ गठबंधन करेंगे. वहीं इस सब को लेकर आरएलपी चीफ हनुमान बेनीवाल ने बयान दिया है. आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा.


राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने बिना सचिन पायलट का नाम लिए कहा कि हम तो उनके साथ अलायंस करना चाहते थे, लेकिन उन्होंने कांग्रेस छोड़ी ही नहीं. बेनीवाल ने ये भी कहा कि जो शख्स समय का इंतजार करता है उसका कुछ नहीं हो सकता है. साथ ही बेनीवाल ने ये भी कहा कि राजस्थान की जनता को अब तीसरे विकल्प की जरूरत है जो उसे राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी देगी.


'कार्यकर्ताओं की भावनाओं को समझें नेता'
वहीं कांग्रेस की राजस्‍थान इकाई में जारी 'खींचतान' के बीच पायलट ने कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के प्रतिनिधियों और अन्य नेताओं से आह्वान किया कि 'वे धरातल पर जाएं, लोगों से बात करें, कार्यकर्ताओं की भावनाओं को समझें.'


'भविष्य के बारे में सोचना चाहिए'
इससे पहले राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सचिन पायलट के के उस दबाव को शनिवार को एक तरह से दरकिनार कर दिया कि सितंबर में गहलोत खेमे के विधायकों की समानांतर बैठक पार्टी आलाकमान के खिलाफ बगावत थी और उसमें कार्रवाई होनी चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 'हम नेताओं को अतीत से सबक लेकर भविष्य के बारे में सोचना चाहिए.'


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