Rajasthan News: राजस्थान में सड़क दुर्घटनाओं (Road Accidents in Rajasthan) में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है. साल 2022 में पिछले वर्ष की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं में 14%, घायलों की संख्या में 19% और मृतकों की संख्या में 14% की वृद्धि हुई है. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की कमेटी द्वारा दुर्घटना में होने वाली मौतों के प्रतिशत को आधा करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं. इसपर पुलिस मुख्यालय (Rajasthan Police Headquarter) काम कर रहा है. अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस यातायात वीके सिंह ने इसकी जानकारी दी है. पुलिस मुख्यालय की यातायात शाखा ने इस संबंध में सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को विस्तृत निर्देश दिए हैं. इसे बेहतर करने पर और कार्य करने की बात की है.  


ट्रॉमा केयर सेंटर
एडीजी यातायात वीके सिंह ने बताया कि सड़क दुर्घटना में घायलों को तत्काल उपचार देकर उनकी जान बचाने के लिए प्रदेश में बेहतर ट्रॉमा केयर पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. इसमें अत्याधुनिक उपकरणों के साथ ही पर्याप्त संख्या में आईसीयू की व्यवस्था शामिल है. एसएमएस हॉस्पिटल के ट्रॉमा सेंटर को विश्व स्तरीय ट्रॉमा सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है. राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के मुख्य राजमार्गों पर स्थित 100 सीएचसी पर आवश्यक सुविधा युक्त ट्रॉमा सेंटर स्वीकृत किये गए हैं. आने वाले दिनों में और बेहतर परिणाम दिखेंगे.


दिया जा रहा प्रशिक्षण
एम्बुलेंस सेवाओं को भी बेहतर बनाने के साथ ही दुर्घटना ग्रस्त व्यक्तियों का उपचार करने वाले चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ और संबंधित पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है. एडीजी वीके सिंह ने सभी जिला पुलिस अधीक्षकों एवं उपायुक्त को यातायात शाखा पुलिस मुख्यालय द्वारा पत्र जारी कर मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षा योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं. ये सारे प्रयास सुप्रीम कोर्ट की कमेटी के निर्देश के बाद किये जा रहे हैं.


मददगार को 5 हजार  
इस मामले में पुलिस द्वारा एक और प्रयास हो रहा है. संबंधित थानाधिकारियों को अपने क्षेत्र में सड़क दुर्घटना में घायल गंभीर व्यक्ति के मददगार को 5 हजार रुपये एवं प्रशस्ति पत्र दिलवाने में सहयोग ने निर्देश दिए गए हैं. बता दें कि राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2021- 22 की बजट घोषणा में जीवन रक्षक योजना के तहत गंभीर घायल व्यक्तियों को समय पर अस्पताल पहुंचाकर जीवन बचाने वाले मददगार को 5 हजार रुपये और प्रशस्ति पत्र दिए जाने का प्रावधान किया गया है. इन्हीं प्रयासों के माध्यम से पुलिस मुख्यालय सड़क दुर्घटनाओं में हो रही मौतों को कम करने में जुटा है.


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