Rajasthan Roadways Buses Diesel Filling: लंबे समय से थमे डीजल (Diesel) के भाव सोमवार से बढ़ना शुरू हो गए हैं. पेट्रोल पंप संचालक मान रहे हैं कि अब ये रेट लगातार बढ़ते नजर आएंगे और इसका सीधा असर आम लोगों पर पड़ेगा. डीजल की बढ़ती कीमतों से महंगाई भी बढ़ेगी. डीजल के बढ़े दामों में बड़ी बात ये है कि सीधे तौर पर नहीं बढ़े हैं लेकिन सरकार ने मान लिया कि राजस्थान (Rajasthan) में डीजल महंगा हो गया है. सोमवार को आदेश जारी कर रोडवेज की बसों (Roadways Buses) को खुले बाजार से डीजल भरवाने की अनुमति दे दी गई है. पड़ोसी राज्यों में कीमत कम होने की वजह से वहीं से डीजल भरवाने को कहा गया है.
खुले बाजार से डीजल खरीद की मंजूरी
थोक में डीजल के दाम 25 रुपए बढ़ाए जाने के बाद परिवहन निगम ने अपनी बसों को खुले बाजार से डीजल खरीद की मंजूरी दे दी है. यही नहीं इंटर स्टेट चलने वाली बसों को पड़ोसी राज्यों से ही सस्ता डीजल भराने को कहा गया है. संबंधित राज्य की सीमा से सटा राजस्थान का डिपो ही इसके लिए पड़ोसी राज्य के पेट्रोलियम डीलर से बात करेगा. वहां से ही ये बसें डीजल भरवाएंगी. थोक भाव बढ़ने से डिपो को बाजार भाव से भी महंगा डीजल मिल रहा है.
लगातार बढ़ेंगी कीमतें
पेट्रोल डीलर एसोसिएशन के राज राजेश्वर ने एबीपी न्यूज को बताया की लंबे समय बाद 84 पैसे डीजल की रेट बढ़े हैं और अब ये लगातार बढ़ेंगे. इसके पीछे कारण है कि लंबे समय से रेट बढ़ाए नहीं जा रहे थे जिससे कंपनियों को घाटा हो रहा था. कंपनियां थोक में तो भाव बढ़ा रही थी जो करीब 25 रुपए बढ़ चुका है क्योंकि ये उनके ही हाथ में है लेकिन रिटेल में सरकार का दबाव होने से रुके हुए थे. थोक और रिटेल को बैलेंस करने के लिए लगातार कीमतें बढ़ेंगी.
उठाए गए कदम
उदयपुर-अगर डिपो प्रबंधक महेश उपाध्याय ने बताया कि डिपो सीधा कंपनियों से सौदा करता है जो थोक में डीजल मिलता है. पहले करीब 90 रुपए प्रति लीटर मिल रहा था लेकिन अब करीब 114 रुपए हो गया है. ऐसे में खुले बाजार से खरीदारी करने के लिए आदेश दिया गया है. कोई गाड़ी पड़ोसी राज्यों में जा रही है तो वहां के डिपो से बात कर उन्हें वहीं से डीजल भराने की कहा है क्योंकि वहां सस्ता है.
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