RPSC Paper Leak: राजस्थान में पेपर आउट होने का सिलसिला रूक नहीं रहा है. बीते 3 साल में 9 बार प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं. इस बार सेकंड ग्रेड टीचर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद बवाल शुरू हो गया है. विपक्ष के नेता इस लापरवाही के लिए प्रदेश सरकार (Ashok Gehlot government) को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. सरकारी तंत्र और कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए सरकार को घेर रहे हैं. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के सुप्रीमो और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने पेपर लीक मामले की सीबीआई (CBI) से जांच कराने की मांग की है.
CBI जांच की मांग
बेनीवाल ने राजस्थान सरकार पर निशाना साधते हुए पूछा कि आखिर कब तक युवा वर्ग के हितों पर कुठाराघात होता रहेगा? उन्होंने ट्विटर पर वीडियो शेयर कर राजस्थान सरकार से सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा समेत रीट (REET) अन्य भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग की है.
बेरोजगारों से छल-सांसद
बीजेपी (BJP) के राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी मीणा (Kirodi Lal Meena) ने कहा कि "प्रदेश के युवाओं की मेहनत पर डाका डालने वाले, अपने नजदीकी डकैतों को बचाने वाले प्रदेश के मुखिया आखिर कब तक दिखावे का कानून बनाकर ढोंग करते रहोगे? जब पारदर्शी परीक्षा करवा ही नहीं सकते तो दिखावे कि भर्ती निकालकर प्रदेश के बेरोजगारों के साथ क्यों छल कर रहे हो?"
मीणा ने सीएम गहलोत को संबोधित करते हुए कहा कि "मैं पहले भी रीट, SI, जेईएन, कांस्टेबल पेपर मामले को लेकर आपसे सीबीआई जांच की मांग कर चुका हूं, लेकिन आपने अनुशंसा नहीं की, क्योंकि आप बड़े मगरमच्छों को बचाना चाहते हैं. दुर्भाग्यपूर्ण है कि युवाओं के साथ छल हो रहा है और सरकार गहरी नींद में सो रही है."
जमीर जम चुका-पुनिया
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पुनिया ने कहा कि "एक और पेपर लीक, हजारों युवा कड़कती ठंड में सैकड़ों किलोमीटर का सफर क्या सिर्फ ये जानने के लिए कर रहे हैं कि सरकार का जमीर कितना जम चुका है. प्रदेश की सरकार को कैसे समझाया जाए कि अब ये प्रदेश के सामान्य ज्ञान के परे की बात हो चुकी है. सरकार वीक, पर्चा लीक करने वाले इनके लोगों की अक्ल ठीक करनी चाहिए.