Udaipur News: झीलों की नगरी उदयपुर पर्यटन सिटी है. यहां लाखों की संख्या में हर साल पर्यटक आते हैं. इसके पीछे कारण भी है कि यहां हिमालय में गिरने वाली बर्फ के अलावा वह सब कुछ है जो एक टूरिस्ट यह मन को भा जाता है. इसी में उदयपुर में राजस्थान के सबसे बड़े जंगल में राजस्थान का सबसे बड़ा झरना भी गिरता है. यह झरना बिल्कुल डीप फॉरेस्ट में है. जहां स्थानीय लोग बड़ी संख्या में जाते हैं. इस झरने का नाम है भील बेरी का झरना, जो मेवाड़ और मारवाड़ की सरहद पर स्थित है.वैसे तो आप खुद भी यहां जा सकते हैं, लेकिन रविवार को वन विभाग ने एक विशेष ऑफर का टूर निकाला है. आइए जानते हैं कि क्या है बिलबेरी का झरना और वन विभाग का विशेष ऑफर.
कितना ऊंचा है भील बेरी का झरना
बेरी का झरना वैसे तो पाली जिले के अंतर्गत आता है लेकिन यह राजसमंद जिले के करीब है, जो की रावली टॉडगढ़ वन्यजीव अभ्यारण में स्थित. आपने अभिनेता शाहरुख खान की फिल्म 'चेन्नई एक्सप्रेस' तो याद ही होगी, जिसमें दूधसागर का झरना दिखाया गया है. भील बेरी का झरना भी कुछ ऐसा ही अनुभव देता है जिसे यहां के लोग दूधसागर का झरना कहते हैं.ऊंचाई से गिरने पर तेज आवाज और एकदम साफ पानी का है.
भील बेरी के झरने के पास क्या क्या दिखता है
प्रकृति प्रेमी शरद अग्रवाल ने बताया कि भील बेरी एनएच 8 पर हिल स्टेशन कामलीघाट से 8 किमी की दूरी पर कमलीघाट-सजत सड़क से जुड़ा है. यह अरावली का सबसे ऊंचा झरना है जो मानसून के दौरान सक्रिय हो जाता है. जलप्रपात के पास रॉक लिफ्टिंग लुप्तप्राय लॉन्ग बिल्ड वल्चर का स्थल है.उन्होंने बताया कि जैव विविधता में काफी समृद्ध यह क्षेत्र कई औषधीय पौधों के साथ घने ढोक वन से आच्छादित है. यहां स्लॉथ बीयर, तेंदुआ, जंगली सूअर, चार सींग वाले मृग, हाइना, रूडी मैन्गोज, सांभर, ग्रे जंगल फाउल, रेड स्परफाउल जैसी कई वन्यजीवों की प्रजातियां पाई जाती हैं.
टूर पर जाने के लिए इनसे करें संपर्क
वन विभाग इको टूर की श्रृंखला में अगला वन भ्रमण भील बेरी वॉटरफॉल 6 अगस्त को होगा. यह शहर के चेतक सर्किल स्थित वन भवन से प्रस्थान करेगा.इस वन भ्रमण के लिए इच्छुक लोग शरद अग्रवाल 7568348678 या कनिष्क कोठरी 8769799989 से बुकिंग करवा सकते हैं.
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