Sachin Pilot on Karauli Case: राजस्थान के करौली में नव संवत्सर (हिंदू नव वर्ष) पर एक बाइक रैली में पथराव के मद्देनजर 2 अप्रैल को आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं थी. वहीं इस मामले को लेकर अब  कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा है कि अगर कोई व्यक्ति या समूह असामाजिक पृष्ठभूमि से है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.


सचिन पायलट ने कहा कि, "राजस्थान या देश को कोई भी हिस्सा हो जहां कोई कानून हाथ में लेता है उसकी जांच होनी चाहिए. देश आगे तब बढ़ेगा जब शांति रहेगी. मुझे उम्मीद है पुलिस काम करेगी. जो लोग भी शामिल हैं पुलिस उन पर कार्यवाही करेगी. जो भी दोषी है उसके खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए. हमें शांति और प्यार से रहना चाहिए. इस तरह की घटना जब होती तो दुख होता है. जो हिंसा करते हैं उस पर हमला करना चाहिए."


 


महंगाई पर होना चाहिए प्रहार- पायलट


सचिन पायलट ने आगे कहा कि, हमें महंगाई पर प्रहार करना चाहिए. चर्चा महंगाई पर होनी चाहिए. महंगाई को लेकर कांग्रेस नहीं देश ने हल्ला बोला है. हम लोगों को पता था कोरोना के बाद क्या महंगाई के बाद केंद्र सरकार ने कोई काम नहीं किया है. सरकार ने हर वो काम किया काले कानून लाएं, जीएसटी लाए, सबका निजीकरण कर रहे हैं. आर्थिक तौर पर केंद्र सरकार फेल है. केंद्र सरकार के किसी नेता ने नहीं कहा हम महंगाई पर काम करेंगे. कांग्रेस इस मुद्दों को लेकर आगे जाएगी. 


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने करौली हिंसा को लेकर बीजेपी पर साधा था निशाना


वहीं इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने करौली हिंसा (Karauli Violence) मामले कहा था कि किसी भी सूरत में दोषी नहीं बचेंगे. दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी . इस दौरान सीएम गहलोत बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के राजस्थान दौरे को लेकर जमकर निशाना साधा था.. उन्होंने कहा था कि ये आग लगाने के लिए आते हैं. अभी नड्डा आए हैं बाद में अमित शाह (Amit Shah) आएंगे. ये पूरे देश में आग लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को आगे आकर हिंसा की आलोचना करनी चाहिए. सीएम गहलोत ने आगे कहा था कि, देश में खतरनाक दौर चल रहा है. देश में हिंदू-मुस्लिम कर दिया गया है, हमें हिंदू होने का गर्व है. महात्मा गांधी भी हिंदू थे लेकिन हिंदू होने का मतलब है सभी धर्मों का सम्मान करना, लेकिन इन्होंने घिनौना काम किया है.


क्या है करौली हिंसा मामला


बता दें कि, करौली में हिंदू नववर्ष पर निकाली गई रैली पर पत्थरबाजी की गई थी. इसमें करीब 50 लोग घायल हो गए थे. उसके बाद हालात तनावपूर्ण हो गए. मुस्लिम बहुल इलाके से गुजरने वाली बाइक रैली को विश्व हिंदू परिषद (विहिप), राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और बजरंग दल समेत दक्षिणपंथी संगठनों ने निकाला.हालात पर काबू पाने के लिए कर्फ्यू लगाया गया. एहतियात के तौर पर गुरुवार, 7 अप्रैल को यह कदम उठाया गया. हालांकि, शुक्रवार से कर्फ्यू में तीन घंटे की ढील दी जाएगी


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