Jaipur News: सचिन पायलट (sachin pilot ) ने नारेबाजी कर रहे छात्रों से कहा नारेबाजी मत करो और मेरी बात को ध्यान से सुनों. मेहनत में कोई कमी दिखी, संघर्ष में कमी दिखी या रगड़ाई में कोई कमी दिखी, छात्रों ने एक स्वर में जवाब दिया नहीं. ये बातें सचिन पायलट ने जयपुर के महाराजा कॉलेज में छात्रसंघ कार्यालय के उद्घाटन के दौरान कहीं. उनका ये वीडियो वायरल हो रहा है.


सचिन पायलट के वहां पहुंचते ही हजारों छात्रों की भीड़ समर्थन में नारे लगाने लगी. छात्रों को संबोधित करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि जब मैं प्रचार करने जाता हूं तो बीजेपी का धुंआ निकाल देता हूं. उन्होंने कहा कि हम लोगों को बेहतर व्यवस्था चाहिए. बेहतर रोजगार चाहिए. उन्होंने कहा कि गांव में लोग बड़ी मेहनत से बच्चों का पेट पालते हैं, हमें अवसर चाहिए. आज हमारे युवाओं के सामने चुनौती मुंबई और दिल्ली से नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लोगों से है.


'जो खुद के लिए नहीं सुनना चाहते, उसे दूसरों को मत कहो'


पायलट ने कहा कि किसी पर व्यक्तिगत आरोप लगाना बड़ा आसान काम है. किसी के लिए कुछ कह देना सरल बात है. किसी का अपमान कर देना, छोटी-मोटी बात बोलना बहुत आसान है. सचिन पायलट ने कहा मैं इस कॉलेज में इसलिए आया हूं, क्योंकि मैं आप लोगों से बड़ा हूं. अपने बड़ों को इज्जत दोगे तो इज्जत मिलेगी. उन्होंने कहा कड़वी बात नहीं कहनी चाहिये. पायलट ने कहा कि मैं अपने विरोधियों के लिए कुछ नहीं कहता हूं. बस उनके काम को उजागर करता हूं. जो आप खुद नहीं सुनना चाहते हो उसे दूसरों को मत कहो. यह सबसे सरल जीवन का फॉर्मूला है.



जब कांपने लगे थे सचिन पायलट के पैर


छात्रों के बीच में बोलते हुए सचिन पायलट ने 1990 के चुनाव वाला अपना किस्सा सुनाया जब उनकी मां रमा पायलट खुद हिंडौली से विधान सभा का चुनाव लड़ रही थीं. उस दौरान सचिन पायलट जिप्सी में बैठकर प्रचार करने गए थे. सचिन ने बताया उस दिन उन्होंने मात्र डेढ़ मिनट का भाषण दिया था और उनके पैर कांपने लगे थे. उन्होंने यह भी बताया कि मैं उस दौरान 13 साल का था लेकिन भाषण देना इतना आसान नहीं होता.


'भविष्य जो भी हो, युवाओं के लिए काम करता रहूंगा'


सचिन पायलट ने छात्रों से पूछा, जब हम विपक्ष में थे तो क्या हमारी मेहनत में कोई कमी दिखी. मेरी रगड़ाई में कोई कमी दिखी? पायलट ने कहा कि हम छात्रों के लिए हमेशा लड़ाई लड़ते रहेंगे. उन्होंने कहा भविष्य में क्या होगा पता नहीं लेकिन मैं युवाओं के लिए काम करता रहूंगा.





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