(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Rajasthan News: अब सिर्फ सब्जेक्ट में अच्छे नंबर लाने से ही नहीं मिलेगी ग्रेड, राजस्थान में बदल रहा रिपोर्ट कार्ड सिस्टम
अधिकारियों ने बताया, असेसमेंट सेल से एक प्रश्न बैंक तैयार किया जा रहा है जिसमें किताबी ज्ञान के अलावा व्यवहारिक और सामाजिक क्षेत्र से जुड़ी जानकारियां होंगी. तैयारियां शुरू हो चुकी हैं
Rajasthan News: वर्षों से हम देखते आए हैं कि वर्षभर पढ़ाई होती है जिसके बाद टेस्ट, अर्धवार्षिक और फिर वार्षिक परीक्षा होती है. इन परीक्षाओं में छात्र अपने विषयों में जितना बेहतर प्रदर्शन करता है उतने ही अच्छे प्रतिशत या ग्रेड प्राप्त करता है. यह भी देखा गया है कि कुछ छात्र दूसरी एक्टिविटी में बेहतर होते हैं लेकिन विषयों में पिछड़ जाते हैं लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. राजस्थान में स्कूली विद्यार्थियों के फाइनल रिपोर्ट कार्ड का तरीका अगले साल से बदलने वाला है. अब छात्रों का होलिस्टिक रिपोर्ट कार्ड यानी समग्र प्रगति प्रतिवेदन बनेगा. इसके आधार पर ही ग्रेड दी जाएगी और विद्यार्थी को आगे बढ़ाया जाएगा.
तैयारियों में जुटा शिक्षा विभाग
अब स्कूलों में किताबी ज्ञान के अलावा बच्चों का हेल्थ, इमोशनल, फिजिकल और सोशल असेसमेंट भी किया जाएगा. सरकार के निर्देश मिलने के बाद शिक्षा विभाग ने राज्य स्तर पर एक असेसमेंट सेल बनाई है. इसमें 30 विशेषज्ञों को शामिल किया गया है. सेल के निर्देशन में जिला और ब्लॉक स्तर पर असेसमेंट सेल बनाई जा रही है. शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि असेसमेंट सेल से एक प्रश्न बैंक तैयार किया जा रहा है जिसमें किताबी ज्ञान के अलावा व्यवहारिक और सामाजिक क्षेत्र से जुड़ी जानकारियां होंगी. इसकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं और इसकी जिला स्तर पर मॉनिटरिंग होगी.
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रिपोर्ट कार्ड में प्रतिवेदन और प्रविष्टियों के सम्बन्ध में स्पष्टीकरण
1. यह समग्र प्रगति प्रतिवेदन सत्र के अन्त में विद्यार्थी को प्रगति-पत्र के रूप में दिया गया है.
2. यह प्रतिवेदन विद्यालय में संधारित विद्यार्थियों के समग्र अभिलेख के आधार पर तैयार किया गया है.
3. योगात्मक आकलनों में अधिगम उपलब्धि स्तर के लिए A, B अथवा C ग्रेड दिए गए हैं.
ग्रेड देने के आधार-
A = स्वतन्त्र रूप से कार्य कर पाना या अपेक्षित स्तर की समझ/दक्षता होना
B = शिक्षक की सहायता से कार्य कर पाना या मध्यम स्तर की समझ/दक्षता होना
C = शिक्षक की विशेष सहायता से कार्य कर पाना या आरम्भिक स्तर की समझ/दक्षता होना
4. सभी विषयों में योगात्मक आकलन के अन्तर्गत कक्षा स्तर और ग्रेड का कॉलम दिया गया है. कक्षा स्तर के कॉलम में विद्यार्थी ने टर्म के दौरान जिस कक्षा स्तर की अवधारणाओं/दक्षताओं/कौशलों पर कार्य किया है, उस कक्षा स्तर का अंकन किया जाएगा.
5. कला-शिक्षा के आकलन में ग्रेड के स्थान पर क्षेत्र विशेष में विद्यार्थी की स्थिति के अनुसार ग्रेड A, B या C के रूप में दर्ज किया होगा.
6. नियमितता दर्शाने के आधार-
-70 प्रतिशत से अधिक उपस्थिति-नियमित,
-50 से 70 प्रतिशत तक उपस्थिति-मध्यम स्थिति,
-50 प्रतिशत से कम उपस्थिति अनियमित स्थिति मानी जाएगी.
7. पुस्तकालय के उपयोग की स्थिति को ग्रेड A, B, C और D के रूप में दर्ज किया जाएगा.
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