Rajasthan Siyasi Scan: बीजेपी का एक ऐसा संत उम्मीदवार जिसने कांग्रेस प्रत्याशी को दे दिया 'विजयी भव:' का आशीर्वाद, जीतकर शिष्या बनी मंत्री
Rajasthan News: विजयी भव: वाले आशीर्वाद के सवाल पर मेवाड़ महामंडलेश्वर महंत मुरलीमनोहर शरण ने कहा था , ''वो आशीर्वाद उनके अंतर्मन से निकला. यह शब्द अंतर्मन में कैसे आए? ये ईश्वर ही जानें.''
Udaipur Political News: आज की राजनीति में परस्पर असहिष्णुता,आरोप-प्रत्यारोप और वाक्युद्ध के बीच कुछ घटनाएं ऐसी होती हैं, जो समय की रेख पर अमिट हो जाती हैं.इन संस्मरणों का जब भी स्मरण होता है,तो उन पात्रों के प्रति मस्तक श्रद्धा से नत हो जाता है.ऐसा ही संस्मरण उदयपुर की लोकसभा सीट पर दो दशक पहले हुआ था.उस समय लोकसभा चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी रहे मेवाड़ के महंत ने अपनी शिष्या और कांग्रेस प्रत्याशी को 'विजयी भवः' का आशीर्वाद दे दिया था.गुरु का आशीर्वाद पाकर शिष्या चुनाव जीती और केंद्रीय मंत्री बनी.आज भी मेवाड़ में उस शिष्या का कांग्रेस पार्टी में दबदबा है.
बीजेपी प्रत्याशी ने कांग्रेस प्रत्याशी को दिया जीत का आशीर्वाद
बीजेपी के मीडिया प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश सदस्य विजय प्रकाश विप्लवी ने यह संस्मरण साझा किया.उन्होंने बताया की यह बात 1996 में उदयपुर लोकसभा चुनाव की है.उदयपुर संसदीय सीट पर में ख्यातिप्राप्त संत और मेवाड़ महामंडलेश्वर महंत मुरलीमनोहर शरण बीजेपी के प्रत्याशी थे.मेवाड़ में बड़ी संख्या में उनके अनुयायी और शिष्य थे.
कांग्रेस ने मेवाड़ महामंडलेश्वर महंत मुरलीमनोहर शरण के डॉक्टर गिरिजा व्यास को उतारा था. गिरिजा व्यास और महंत मुरलीमनोहर शरण के बीच गुरु-शिष्य का भाव था.नामांकन के बाद दोनों प्रत्याशियों ने जोरशोर से प्रचार अभियान शुरू किया. इस दौरान दोनों प्रत्याशी आमने-सामने हो गए. गुरु को देखकर गिरिजा ने उनका चरणस्पर्श किया. उन्होंने महंत से कहा- प्रणाम गुरुदेव.इस पर महंत ने आशीर्वाद की मुद्रा बनाकर कहा, ''विजयी भव:.'' उनकी यह बात सुनकर वहां मौजूद लोग आश्चर्यचकित रह गए. यह घटना देश-प्रदेश की मीडिया में सुर्खियां बनी.
खूब फला-फूला गुरु का आशीर्वाद
गुरुजी का आशीर्वाद फलीफूत हुआ और चुनाव परिणाम आया तो गिरिजा व्यास को सच में विजयश्री मिली. इस चुनाव में जीतने के बाद वो केंद्र सरकार में मंत्री भी बनीं.
चुनाव परिणाम आने के बाद मेवाड़ महामंडलेश्वर महंत मुरलीमनोहर शरण के आशीर्वाद की चर्चा पूरे मेवाड़ में होती रही. लोगों के मन में एक ही सवाल था कि आखिर गुरुजी ने ऐसा आशीर्वाद क्यों दिया,जबकि वह खुद चुनाव में प्रत्याशी थे. मेवाड़ महामंडलेश्वर महंत मुरलीमनोहर शरण के शिष्य रहे बीजेपी नेता विप्लवी ने उनसे एक दिन पूछ ही लिया. विप्लवी ने उनसे पूछा था गुरुजी आपने यह आशीर्वाद कैसे दिया ? इस सवाल पर गुरुजी ने कहा,''वो आशीर्वाद उनके अंतर्मन से निकला. यह शब्द अंतर्मन में कैसे आए? ये ईश्वर ही जानें.''
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