Rajasthan News: राजस्थान के कोटा (Kota) शहर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. कोटा के इटावा थाना क्षेत्र में रिश्तों को शर्मसार करते हुए एक कलयुगी बेटे और जमाई ने 70 वर्षीय अपने पिता की हत्या कर दी. हत्या करने के बाद वह घर पर सो गए और सुबह जब लोग जमा हुए तो किसी को शक न हो, इसलिए मौके पर पहुुंचकर रोने-चिल्लाने लगे. पुलिस ने मामले की जांच करने के बाद एक नाबालिग सहित बेटे और जमाई को गिरफ्तार किया है.


इटावा एसएचओ नन्दकिशोर वर्मा ने बताया कि आरोपी धनराज गुर्जर और मुकेश गुर्जर को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही एक नाबालिग को भी पकड़ गया है. आरोपी मुकेश मृतक नंदकिशोर का जमाई हैं और धनराज उसका बड़ा बेटा है. दोनों ने प्रॉपर्टी के लिए  शराब के नशे में बुजुर्ग की हत्या कर दी. इटावा एसएचओ नंदकिशोर वर्मा ने बताया कि मंगलवार (30 जनवरी) की सुबह इटावा के बाईपास ईदगाह के सामने 70 वर्षीय बुजुर्ग नंदकिशोर गुर्जर की सोते समय धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने गंभीरता से जांच की तो मृतक का बड़ा बेटा धनराज और मृतक का जमाई मुकेश ही हत्या के आरोपी पाए गए. 


प्रॉपर्टी के लिए की पिता की हत्या
इसके बाद कोटा ग्रामीण अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरूण मच्या के निर्देशन में टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि मृतक नन्दकिशोर गुर्जर और उसके बड़े बेटे धनराज गुर्जर के बीच प्लॉट प्रॉपर्टी का विवाद चल रहा था. घटना से एक दिन पहले 29 जनवरी को दिन में मृतक नन्दकिशोर गुर्जर का बड़ा बेटा धनराज और जमाई मुकेश ने साथ बैठकर शराब पी. इसके बाद उसी दिन मुकेश ने मृतक के छोटे बेटे उधम सिंह के घर पर जाकर लड़ाई झगड़ा कर जान से मारने की धमकी दी थी. आरोपियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि मृतक नन्दकिशोर गुर्जर का बाईपास रोड इटावा पर प्लॉट है. इस प्लॉट में बड़े बेटे धनराज गुर्जर तीन हिस्से के बजाय दो हिस्सा करना चाह रहा था, जिसका मृतक नन्दकिशोर गुर्जर ने विरोध किया.


पुलिस को किया गुमराह
इसी बात को लेकर मृतक नन्दकिशोर का बड़ा बेटा धनराज गुर्जर, जमाई मुकेश गुर्जर और एक अन्य नाबालिक रिश्तेदार ने 29 जनवरी की रात को बुजुर्ग को मारने का प्लान बनाया. इसके बाद तीनों लगभग रात 11 बजे बाईपास रोड इटावा के पास प्लॉट में बने मकान में गए, जहां नन्दकिशोर गुर्जर बरामदे में सोया हुआ था. धनराज गुर्जर और मुकेश गुर्जर ने नन्दकिशोर गुर्जर का पैर खींचकर चारपाई से नीचे फर्श पर गिरा दिया. इसके बाद नन्दकिशोर गुर्जर की हत्या कर दी.  इसके बाद तीनों मुकेश के घर पर जाकर सो गए. वहीं 30 जनवरी की सुबह जब लोगों को पता चला तो आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए घटनास्थल पर पहुंंच गए. वहीं पुलिस ने मामले की जांच की तो एक नाबालिग सहित दोनों आरोपियों को पकड़ा गया.



ये भी पढ़ें- Banswara Mahi Mahotsav: 100 टापुओं के शहर में 15 फरवरी से होगा माही महोत्सव, ये कार्यक्रम बढ़ाएंगे पर्यटकों का रोमांच