Rajasthan News: राजस्थान में कांग्रेस को एक और झटका, बांसवाड़ा में चांदमल जैन ने छोड़ी पार्टी
Rajasthan Lok Sabha Chunav 2024: राजस्थान की सियासत में लोकसभा चुनाव से पहले सियासी उहापोह का दौर शुरू हो गया है. आम चुनाव से पहले कांग्रेस एक और बड़े नेता ने पार्टी का दामन छोड़ दिया है.
Rajasthan News: लोकसभा चुनाव में महज कुछ महीने और बाकी रह गए हैं. राजस्थान की दो प्रमुख सियासी दल कांग्रेस और बीजेपी पूरे जोरशोर से तैयारियों में जुट गई हैं. वहीं इस बीच कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है. राजस्थान में कांग्रेस प्रदेश महासचिव चांदमल जैन ने पार्टी छोड़ दी है. उनके पार्टी छोड़ने से प्रदेश के सियासी गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म हो गया है.
इससे पहले बीते माह कांग्रेस के दिग्गज नेता महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने भी पार्टी छोड़ कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. इस बार बीजेपी ने महेंद्रजीत सिंह मालवीय को बांसवाड़ा डुंगरपुर लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस छोड़ने वाले चांदमल जैन को महेंद्रजीत सिंह मालवीय का करीबी माना जाता है.
चांदमल जैन ने पार्टी छोड़ने को लेकर अपना त्यागपत्र राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को भेज दिया है. दो हफ्ते पहले पार्टी छोड़ते समय महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने इशारों में कहा था कि आने वाले दिनों में बड़े स्तर पर लोग कांग्रेस को छोड़ कर बीजेपी ज्वाइन करेंगे.
आम चुनाव से पहले इन दो दिग्गजों के कांग्रेस छोड़ने से बड़ा सियासी नुकसान माना जा रहा है. 55 वर्षीय चांदमल जैन की बांसवाड़ा क्षेत्र के वोटर्स पर मजबूत पकड़ मानी जाती है. महेंद्रजीत सिंह मालवीय के बीजेपी का दामन थामने के बाद कांग्रेस के कई नेताओं के पार्टी छोड़ने को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं. इसका उन्होंने बगैर नाम लिया जाहिर भी कर दिया था.
चांदमल जैन का शुमार महेंद्रजीत सिंह मालवीय के करीबियों में होता है. इससे पहले मालवीय के पार्टी छोड़ने पर बीजेपी ने राजस्थान की 15 सीटों पर जारी प्रत्याशियों की सूची में जगह दी है. बीजेपी ने उन्हें बांसवाड़ा से लोकसभा का उम्मीदवार बनाया है.
महेंद्रजीत सिंह मालवीय इससे पहले चुनाव में लगातार जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं और वह कांग्रेस के टिकट पर सांसद भी रहे हैं. वर्तमान में बांसवाड़ा सीट से बीजेपी से कनकमल कटारा सांसद हैं. महेंद्रजीत सिंह मालवीय का राजस्थान की मेवाड़ और वागड़ में मजबूत पकड़ मानी जाती है.
मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, प्रदेश के आदिवासी अंचल सहित लगभग 18 विधानसभा सीटों पर महेंद्रजीत सिंह मालवीय की मजबूत पकड़ मानी जाती है. इसके अलावा मध्य प्रदेश और गुजरात से लगी सीमाओं से लगी आदिवासी क्षेत्र में उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती है.
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