Rajasthan Panthers in Udaipur: राजस्थान का उदयपुर (Udaipur) शहर महलों, अरावली पर्वत श्रृंखला, ऐतिहासिक स्थलों और झीलों के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. लेकिन, इस उदयपुर संभाग की एक खासियत भी है. यहां राजस्थान (Rajasthan) का सबसे बड़ा जंगल होने के कारण बड़ी संख्या में तेंदुए (Leopard) सहित अन्य वन्य जीव हैं. बड़ी बात ये है कि गर्मियों के मौसम में खाने और पानी की तलाश में ये जंगली जानवर शहर की बस्तियों तक रुख करते हैं. ऐसा ही नजारा उदयपुर के पास राजसमंद जिले में शुक्रवार रात देखने को मिला. राजसमंद जिले की कुम्भलगढ़ सेंचुरी (Kumbhal Garh Century) के पास लोगों ने टहलते हुए तेंदुए (पैंथर) के जोड़े को अठखेलियां करते हुए कैमरे कैद किया. 


होता है इंसानों से संघर्ष 
उदयपुर में गर्मियों के समय में तेंदुए और इंसानों के बीच संघर्ष की कई खबरें हर साल आती हैं. पानी की तलाश में तेंदुए विचरण करते हुए इंसानी बस्तियों तक पहुंचते हैं. ऐसे में ये जंगली जानवर इंसानों को देखते ही हमला कर देते हैं. लोग घायल भी होते हैं और कई बार मौत भी हो जाती है.


यहां शहरों के बीच हैं तेंदुए 
उदयपुर शहर से सटा हुआ कहें या बीच में, यहां सज्जनगढ़ सेंचुरी है. साथ ही शहर के बीच में घनी पहाड़ियां हैं जहां पैंथर का आवास है. ऐसे में कई बार पैंथर को पहाड़ियों से नीचे उतरते हुए देखा जाता है. 


नजर आए पैंथर
कुम्भलगढ़ सेंचुरी क्षेत्र और राजसमंद जिले के धोली खान क्षेत्र में बीती रात को पैंथर (तेंदुए) का जोड़ा विचरण करता दिखाई दिया. जोड़े को देखने के लिए राहगीरों में कोतुहल बना रहा. राजसमंद के सतीश तापड़िया वहां से गुजर रहे थे उन्होंने उनकी अठखेलियों को अपने कैमरे में कैद किया. कई बाइक सवार जंगली जानवर को देख वापस लौट गए.


क्या कहत हैं आंकड़े 
इंसानों के साथ-साथ उदयपुर में पैंथर की मौतों का आंकड़ा भी डराने वाला है. पिछले 4 साल में यहां 20 पैंथर की मौत हो चुकी है. पैंथर की मौत या तो जंगल के बीच निकले हाईवे को क्रॉस करने के दौरान हादसे की वजह से हुई या फिर संघर्ष के दौरान मौतें हुई हैं.


ये भी पढ़ें:


16 राज्यों के 30 अधिकारियों ने देखा मेवाड़ का 'काला सोना', जानकारी ली और...


सीएम अशोक गहलोत ने लिया बड़ा फैसला, इस पूर्व तीरंदाज की मदद के लिए आगे आई राजस्थान सरकार