Rajasthan News: राजस्थान के कोटा में एक तांत्रिक ने इलाज के नाम पर एक व्यक्ति को डंडों से इतना पीटा की उसकी मौत हो गई. तांत्रिक ने पांच दिन तक झाड़फूंक के नाम पर व्यक्ति को डंडों से पीटता रहा, जिससे उसकी मौत हो गई. इस मामले में मृतक के बेटे ने पुलिस को शिकायत दी है, जिसके बाद पूरे मामले की जांच की जा रही है.


कोटा के कुन्हाड़ी क्षेत्र के बापू नगर निवासी बृज मोहन सुमन (52) के बेटे हरि शंकर ने बताया कि उसके पिता एक फैक्ट्री में मजदूरी करते थे. कुछ दिन पहले उनकी तबीयत खराब हो गई थी. इसके बाद 21 जुलाई को उन्हें कोटा जिले के सुल्तानपुर में तांत्रिक रामजी गुर्जर के पास इलाज के लिए लेकर गए. वहां तांत्रिक ने 11,500 रुपये मांगे और इलाज के लिए उन्हें वहीं छोड़ने के लिए कहा. इसके बाद मैं पैसों का इंतजाम करने वापस आ गया. 


21 जुलाई से 26 जुलाई तक पांच दिन उसने पिता के हाथ पैर बांध दिए और उन्हें डंडों से पीटता रहा. पांच दिन बाद रात को तांत्रिक ने अपने जवांई की गाड़ी से पिता को कोटा भेज दिया. अगले दिन सुबह मैंने पिता की हालत देखी तो उनके शरीर पर नीले निशान थे. उंगलियां फटी हुई थी और हाथ-पैर से मांस निकल रहा था. गंभीर हालत में पिता को कोटा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल लेकर गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. 


क्या है पूरा मामला?
उन्होंने बताया कि तांत्रिक का पिटाई करने का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह पिता को डंडे से मार रहा है. बेटे हरिशंकर ने बताया कि 22 जुलाई की सुबह देखा तो पिता के शरीर पर मारपीट के कई निशान थे. तांत्रिक से इस बारे में पूछा तो उसने जल्द आराम से आने की बात कही. इसके बाद 23 जुलाई को पैसों का इंतजाम करने मैं फिर कोटा आ गया. उस रात भी तांत्रिक ने शराब के नशे में पिता को डंडे से पीटा. 24 जुलाई के दिन पैसे की व्यवस्था करके मैं सुल्तानपुर गया तो तांत्रिक ने मेरे सामने भी पिता को सड़क पर दौड़ाकर डंडे से पीटा तो पिता जोर-जोर से चिल्लाने लगे. 


यह देखकर मुझसे रहा नहीं गया और मैंने तांत्रिक को इलाज करने से मना कर दिया. मैंने कहा कि डॉक्टर से इलाज करवा लेंगे और पिता को ले जाने लगा तो तांत्रिक ने मुझ पर भी डंडे से वार कर दिया. मृतक के बेटे हरिशंकर ने आरोप लगाया कि जान बचाकर मैं सुल्तानपुर थाने पहुंचा और पुलिस को साथ लेकर गया.


पुलिसकर्मी भी पिता की हालत देखकर हैरान रह गए. पुलिसकर्मियों ने उसके पिता को हॉस्पिटल ले जाने की सलाह दी. उस वक्त रात के 11 बज चुके थे, उस दौरान तांत्रिक ने पुलिसकर्मियों को न जाने क्या पाठ पढ़ाया कि पुलिसकर्मी हमसे ही गाली-गलौज करने लग गए. 


इलाज के दौरान शख्स की मौत
हरिशंकर ने बताया कि गंभीर हालत में पिता को कोटा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल लेकर गया, जहां भर्ती करने के 15 मिनट बाद ही उनकी मौत हो गई. पिता की मौत के बाद मुझे कुछ समझ नहीं आया मैंने शव का पोस्टमॉर्टम भी नहीं करवाया. इसके बाद एक अगस्त को ग्रामीण एसपी को शिकायत दी. इस मामले में ग्रामीण पुलिस अधीक्षक करन शर्मा का कहना है कि पीड़ित परिवार ने एक अगस्त को शिकायत दी है, मामले की जांच सीओ शिवम जोशी को सौंपी गई हैं. 


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