Dungarpur News: 'व्रत मत रखो, 10-10 बच्चे पैदा करो...', शिक्षक की अभद्र टिप्पणी पर आक्रोशित महिलाओं ने भरी हुंकार
Udaipur News: विश्व आदिवासी दिवस के एक कार्यक्रम में शिक्षक ने कहा कि जो महिलाएं व्रत रखें, खुले बाल रखें उनसे शादी न करें. महिलाओं ने शिक्षक को निलंबित करने की मांग की है.
Udaipur News: उदयपुर संभाग (Udaipur Division) के डूंगरपुर (Dungarpur) जिले में शुक्रवार को सैकड़ों महिलाएं जिला मुख्यालय पर एकत्रित हो गईं. गुस्से में लाल सभी महिलाओं ने अपने लिए न्याय की मांग की. दरअसल हुआ ये था कि सरकारी स्कूल के एक शिक्षक ने एक कार्यक्रम के दौरान महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी की. शिक्षक ने कहा था कि महिलाओं को व्रत रखने की कोई जरूरत नहीं, उन्हें 10-10 बच्चे पैदा करने चाहिए. इसके अलावा भी शिक्षक ने कई बार अपशब्दों का प्रयोग किया, जिससे महिलाएं क्रोधित हो गई और उन्होंने सामूहिक रूप से डूंगरपुर एसडीएम को ज्ञापन देकर शिक्षक को निलंबित कर उस पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की.
यह था मामला जिसमें ऐसी टिप्पणी की
महिलाओं ने अपने ज्ञापन में बताया कि 9 अगस्त को स्पोर्ट्स परिसर में विश्व आदिवासी दिवस का कार्यक्रम था. इसमें आम सभा को संबोधित करते हुए शिक्षक भंवरलाल परमार ने आदिवासी महिलाओं को अपमानित कर, लज्जा भंग करने के आशय से टिप्पणी की. इससे पहले भी उन्होंने आदिवासी महिलाओं के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया था.
उपवास करने वाली लड़की से शादी न करें
भंवरलाल परमार ने अपने भाषण का वीडियो सोशल मीडिया पर भी शेयर किया था. अपने भाषण में परमार ने आदिवासी समाज की महिलाओं को समाज में गलत तरीके से देखने, उसके साथ गलत व्यवहार करने जैसी बातें भी कहीं. परमान ने कहा- जो लड़की उपवास करती है उससे शादी नहीं करें, वैसे भी भीलों में कोई कमी नहीं है.
10-10 बच्चे पैदा करें महिलाएं
उन्होंने उपवास करने वाली महिलाओं को नालायक बताया. परमार ने कहा जो महिलाएं उपवास नहीं करती या छोड़ चुकी है वह 10-10 बच्चे पैदा करें. उन्होंने सोलह सोमवार करने वाली महिलाओं के खुले बाल रखने पर आपत्तिजनक टिप्पणी की और महिलाओं के मंदिर नहीं जाने तक की बात कही.
जिले के युवाओं को महिलाओं के खिलाफ भड़का रहे परमार
वहीं, जिला परिषद सदस्य रेखा कलासुआ ने कहा कि भंवरलाल शिक्षक होने के बाद भी महिलाओं के खिलाफ गलत बातें करता है. उन्होंने कहा कि महिलाओं को मंदिर नहीं जाने की सीख देने वाले, पूजा के लिए मना करने वाले, व्रत न रखने की सलाह देने वाले वे कौन होते हैं. कलासुआ ने कहा कि बाल खुले न रखने जैसी बातें कहकर जिले के युवाओं को भड़काया जा रहा है. कलासुआ ने कहा कि परमार ने नई पार्टी बनाई है, वह सत्ता हासिल करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के लिए परमार के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिये.
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