Teacher Recruitment 2022: राजस्थान (Rajasthan) में बेरोजगारों को सौगात देने के लिए दीपावली पर्व पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने शिक्षक भर्ती का बड़ा एलान किया था. 46 हजार 500 पदों पर भर्ती की घोषणा से खुश होने की बजाय बेरोजगारों में नाराजगी के साथ सरकार के खिलाफ आक्रोश है. बीएड शिक्षित बेरोजगारों ने लेवल 2 में पद घटाने पर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस विधायक ने भी बेरोजगार युवाओं का पक्ष लेते हुए सरकार को उनका वादा याद दिलाते हुए पद बढ़ाने की मांग की है. सरकार का कहना है कि स्कूलों में नामांकन के आधार पर पद बांटे हैं.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिक्षा विभाग की तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में 46 हजार 500 अध्यापकों की भर्ती के लिए स्वीकृति जारी की. इसमें लेवल 1 में 21 हजार पद व लेवल 2 में 25 हजार 500 पद स्वीकृत किए. इन पदों में विशेष शिक्षा अध्यापकों के 4,500 पद भी शामिल हैं. यह घोषणा होते ही थर्ड ग्रेड टीचर भर्ती को लेकर विवाद शुरू हो गया. दरअसल, सरकार ने लेवल 2 के 6 हजार पद घटाकर इतने ही पद लेवल 1 में बढ़ा दिए हैं. इससे पदों की संख्या तो बराबर रही मगर अभ्यर्थियों का लेवल गड़बड़ हो गया.
कटौती पर बेरोजगारों ने यूं जताई नाराजगी
दरअसल, दोनों लेवल के पदों में किए गए फेरबदल से लेवल 1 में तो चयन आसान हो गया जबकि लेवल 2 में प्रतिस्पर्धा बढ़ गई. अब लेवल 2 में चयन होना अभ्यर्थी के लिए मुश्किल हो गया है. पहले लेवल 1 में एक पद के लिए 14 अभ्यर्थियों के बीच मुकाबला था, जो अब घटकर 9 के बीच रह गया है. वहीं लेवल 2 में पहले 19 अभ्यर्थियों के बीच मुकाबला था, जो अब 23 के बीच होगा. ऐसे में बीएड डिग्रीधारी सरकार से नाराज हैं. अलवर निवासी अंकिता देवरवाल ने सरकार से सवाल किया कि लेवल 2 के उम्मीदवारों को किस बात की सजा दी जा रही है? पदों में कटौती क्यों? नागौर निवासी राजू ने कहा कि थर्ड ग्रेड पर राजनीति चुनाव में भारी पड़ेगी.
कांग्रेस विधायक ने की पद बढ़ाने की मांग
प्रतापगढ़ जिले के धरियावद क्षेत्र से कांग्रेस विधायक नगराज मीणा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर रीट लेवल 2 में पद बढ़ाने की मांग की है. एमएलए ने सीएम से कहा कि आप आगामी बजट राजस्थान के युवाओं और बेरोजगारों के लिए लाने जा रहे हैं. इसी के तहत आपने रीट भर्ती की घोषणा की है जिसमें रीट लेवल 2 में कटौती की है. इस फैसले से युवाओं में आक्रोश है और अभ्यर्थी पद घटने से निराश हैं. इससे पहले प्रदेश में युवाओं के लिए अलग से बजट घोषणा करने से प्रत्येक युवा के चेहरे पर खुशी झलक रही थी. विधायक ने सीएम से पूर्व में की गई घोषणा के तहत ही पद बढ़ाकर भर्ती करने की मांग की है.
इसलिए किया पदों में फेरबदल
शिक्षा विभाग के मुताबिक, लेवल 1 और लेवल 2 के पदों का बंटवारा स्कूलों में हुए नामांकन के आधार पर किया है. शाला दर्पण पोर्टल पर पहली से पांचवीं कक्षा तक नामांकन 42 लाख से अधिक और छठी से आठवीं कक्षा तक नामांकन 25 लाख से अधिक है. शिक्षा मंत्री बी.डी. कल्ला का कहना है कि स्टाफिंग पैटर्न में नामांकन के हिसाब से पद दिए जाते हैं. सरकारी स्कूलों में इस बार पहली से पांचवीं तक नामांकन बढ़ा है. इसी को ध्यान में रखकर पदों का बंटवारा किया है.
कौन सी क्लास में कितने विद्यार्थी
शिक्षा विभाग में आंकड़ों के मुताबिक, लेवल 1 में 42 लाख और लेवल 2 में 25 लाख विद्यार्थी हैं. प्रदेश में कक्षा पहली से पांचवीं तक कुल 42.07 लाख स्टूडेंट्स हैं. इनमें 21.59 लाख छात्राएं व 20.47 लाख छात्र हैं. इसी तरह कक्षा छठी से आठवीं तक कुल 25.21 लाख स्टूडेंट्स हैं. इनमें 13.05 लाख छात्राएं व 12.16 लाख छात्र हैं.
कहां कितने पद खाली
राजस्थान में लगभग हर श्रेणी के अध्यापकों के पद लंबे समय से खाली हैं. इनमें व्याख्याता के 12 हजार 261, सेकंड ग्रेड टीचर के 16 हजार 531, लेवल 1 के 21 हजार, लेवल 2 25 हजार 500, शारीरिक शिक्षक 2 हजार 582 और प्रयोगशाला सहायक के 1 हजार 205 पद रिक्त हैं. बेरोजगार युवाओं को इन पदों पर भी भर्ती शुरू होने का इंतजार है.